चर्चा में क्यों?
पीएम मोदी की अध्यक्षता में आर्थिक मामलों की कैबिनेट समिति (CCEA) ने शिलांग से सिलचर तक एक नया चार लेन का ग्रीनफील्ड हाई-स्पीड एक्सेस कंट्रोल्ड कॉरिडोर बनाने की मंजूरी दे दी है।

प्रमुख बिंदु:
- इस हाई-स्पीड कॉरिडोर का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 06 (NH-06) पर मावलिंगखुंग (शिलांग के पास, मेघालय) से लेकर पंचग्राम (सिलचर के पास, असम) तक किया जाएगा।
- इसका उद्देश्य दोनों राज्यों के बीच कनेक्टिविटी को बढ़ाना और पूर्वोत्तर क्षेत्र में आर्थिक विकास को बढ़ावा देना है।
- इसकी कुल लंबाई 166.80 किलोमीटर होगी; इसमें से 144.80 किलोमीटर हिस्सा मेघालय में और 22 किलोमीटर हिस्सा असम में होगा।
- इस परियोजना की कुल पूंजी लागत ₹22,864 करोड़ है।
- इसे हाइब्रिड एन्युटी मोड (HAM) के तहत विकसित किया जाएगा।
- यह अन्य प्रमुख परिवहन मार्गों जैसे एनएच-27, एनएच-106, एनएच-206 और एनएच-37 के साथ एकीकृत होगा।
हाई-स्पीड ग्रीनफील्ड कॉरिडोर के लाभ:
- इस परियोजना से गुवाहाटी, शिलांग और सिलचर के बीच कनेक्टिविटी में सुधार होगा।
- त्रिपुरा, मिजोरम, मणिपुर जैसे अन्य पूर्वोत्तर राज्यों और असम के बराक घाटी क्षेत्र तक बेहतर पहुंच सुनिश्चित होगी।
- इस परियोजना से मेघालय में सीमेंट और कोयला उत्पादन जैसे स्थानीय उद्योगों को बढ़ावा मिलने की उम्मीद है।
- बेहतर कनेक्टिविटी से पूर्वोत्तर के खूबसूरत पर्यटन स्थलों तक पहुंच आसान होगी; इससे पर्यटन क्षेत्र को बढ़ावा मिलेगा।
प्रश्न. शिलांग-सिलचर हाई-स्पीड कॉरिडोर किस राष्ट्रीय राजमार्ग पर बनाया जाएगा?
(a) NH-01
(b) NH-06
(c) NH-27
(d) NH-44
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