हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह ‘सुक्खू’ ने हिमाचल को ‘पूर्ण साक्षर राज्य’ घोषित किया है।
हिमाचल प्रदेश में साक्षरता दर 99.30% तक पहुँच गई है जो राष्ट्रीय मानक 95% से अधिक है और यह पहाड़ी राज्य छात्र-शिक्षक अनुपात के मामले में देश में पहले स्थान पर है।
त्रिपुरा, मिज़ोरम एवं गोवा के बाद हिमाचल प्रदेश पूर्ण कार्यात्मक साक्षरता हासिल करने वाला चौथा राज्य बन गया है।
24 जून, 2024 को लद्दाख को पूर्ण साक्षर होने वाला पहला केंद्र शासित प्रदेश घोषित किया गया।
केंद्रीय शिक्षा मंत्री के अनुसार भारत की साक्षरता दर वर्ष 2011 के74% से बढ़कर वर्ष 2023-24 में 80% हो गई है।
‘पूर्ण साक्षर राज्य’ कोई आधिकारिक संवैधानिक या वैधानिक श्रेणी नहीं है। यह स्थिति तब घोषित की जाती है जब किसी राज्य को विशेष सर्वेक्षणों और साक्षरता अभियानों के माध्यम से 100% कार्यात्मक साक्षरता (केवल जनगणना-आधारित नहीं) प्राप्त करने का प्रमाण पत्र प्राप्त हो जाता है।