New
GS Foundation (P+M) - Delhi: 27 June, 3:00 PM Mid Year Mega Sale UPTO 75% Off, Valid Till : 17th June 2025 GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 22 June, 5:30 PM Mid Year Mega Sale UPTO 75% Off, Valid Till : 17th June 2025 GS Foundation (P+M) - Delhi: 27 June, 3:00 PM GS Foundation (P+M) - Prayagraj: 22 June, 5:30 PM

ह्युमन मेटान्यूमोवायरस

चर्चा में क्यों 

हाल ही में चीन के रोग नियंत्रण प्राधिकरण ने घोषणा की है कि वह अज्ञात मूल के निमोनिया संक्रमण के लिए एक निगरानी प्रणाली का संचालन कर रहा है। इस संक्रमण से सर्दियों के दौरान कुछ श्वसन रोगों के मामलों में वृद्धि होने की संभावना है। 

ह्युमन मेटान्यूमोवायरस के बारे में

  • ह्युमन मेटान्यूमोवायरस (HMPV) एक श्वसन वायरस है जो सामान्य सर्दी के कारण होने वाले हल्के संक्रमण के समान होता है।

human-metapneumovirus

  • सर्वप्रथम वर्ष 2001 में वैज्ञानिकों द्वारा इसकी पहचान की गई थी।
  • यह वायरस न्यूमोविरिडे परिवार से संबंधित है जिसमें श्वसन सिंकिटियल वायरस (RSV), खसरा और मम्प्स वायरस भी आते हैं।
  • HMPV मुख्य रूप से सर्दी व वसंत ऋतु के प्रारंभ में ऊपरी और निचले श्वसन पथ दोनों में संक्रमण उत्पन्न  कर सकता है । 
  • बच्चे, बुजुर्ग और कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली वाले लोग संक्रमण के प्रति अधिक संवेदनशील होते हैं।

HMPV के लक्षण 

  • खांसी
  • बहती या बंद नाक
  • गले में खराश
  •  बुखार 
  • शरीर में कपकपी

HMPV का प्रसार 

  • HMPV  संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में आने या वायरस वाली वस्तुओं को छूने से फैलता है। 
  • यह खांसी, छींक से स्राव, संक्रमित व्यक्ति के साथ निकट संपर्क जैसे हाथ मिलाना, गले लगना, वायरस से दूषित दरवाजे की कुंडी या फोन या कीबोर्ड को छूना और फिर मुंह, नाक या आंखों को छूना आदि के माध्यम से फैलता है।

HMPV का उपचार 

  • अधिकांश मामलों में यह घर पर आराम और सहायक देखभाल के साथ कुछ दिनों में अपने आप ठीक हो जाती है। 
    • हालाँकि, कुछ लोगों में ब्रोंकाइटिस या निमोनिया जैसी जटिलताएँ उत्पन्न हो सकती हैं, जिसके लिए चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है।
  • वर्तमान में HMPV के इलाज के लिए कोई टीका या विशिष्ट एंटीवायरल दवा उपलब्ध नहीं है। 
  • अधिकांश लोगों को बुखार और दर्द से राहत पाने के लिए ओवर-द-काउंटर दवाओं की ज़रूरत होती है।

HMPV की रोकथाम 

  • हाथों को बार-बार साबुन और पानी से धोना
  •  संक्रमित व्यक्तियों के साथ निकट संपर्क से बचना
  •  संक्रमित हाथ से अपने चेहरे, नाक, आंखों और मुंह को छूने से बचना 
  • मास्क पहनना
  • अस्थमा जैसी फेफड़ों की बीमारियों वाले लोगों को अतिरिक्त सतर्क रहने की आवश्यकता होती है।
« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR