चर्चा में क्यों ?
भारत ने हाल ही में अपनी तटीय सुरक्षा और समुद्री निगरानी क्षमताओं को सुदृढ़ करने की दिशा में एक अहम पहल करते हुए तेज गश्ती पोत (FPV) 'अटल' का गोवा में जलावतरण किया है।

प्रमुख बिंदु:
- यह पोत गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL) द्वारा निर्मित किया गया है।
- यह आठ एफपीवी श्रृंखला में छठा पोत है।
'अटल’ पोत के बारे में
- इसका निर्माण गोवा शिपयार्ड लिमिटेड (GSL),वास्को-दा-गामा द्वारा किया गया।
- इसका पूरा नाम अटल (Yard 1275) है।
- यह तेज गश्ती पोत (Fast Patrol Vessel -FPV) प्रकार का है।
- इसकी लंबाई 52 मीटर, चौड़ाई 8 मीटर और भार लगभग 320 टन है।
- यह पूरी तरह से स्वदेशी तकनीक पर आधारित है।
- यह श्रृंखला में आठ में से छठा पोत है।
संचालन भूमिकाएँ और उपयोग:
- ‘अटल’ को निम्नलिखित अभियानों के लिए डिज़ाइन किया गया है:
- तटीय गश्त एवं द्वीप सुरक्षा
- अपतटीय परिसंपत्तियों की रक्षा
- तस्करी-विरोधी एवं समुद्री डकैती-रोधी कार्
- खोज एवं बचाव अभियान
- समुद्री निगरानी और आपात सहायता
राष्ट्रीय सुरक्षा में योगदान:
- ‘अटल’ का जलावतरण हिंद महासागर क्षेत्र में भारत की सतत निगरानी और त्वरित प्रतिक्रिया क्षमता को मजबूत करता है।
- बढ़ते भू-राजनीतिक तनाव, समुद्री डकैती, तस्करी, और गैर-कानूनी गतिविधियों के परिप्रेक्ष्य में ऐसे जहाज भारत की अग्रिम रक्षा पंक्ति का हिस्सा हैं।
- यह ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को रक्षा क्षेत्र में मजबूती देता है।
प्रश्न: हाल ही में किस स्थान पर भारतीय तटरक्षक बल के तेज गश्ती पोत ‘अटल’ का जलावतरण किया गया ?
(a) मुंबई
(b) कोच्चि
(c) विशाखापत्तनम
(d) गोवा
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