अंतर्राष्ट्रीय नाविक दिवस प्रतिवर्ष 25 जूनको मनाया जाता है।
वर्ष 2025 के लिए इस दिवस की थीम "हमारा महासागर, हमारा दायित्व, हमारा अवसर" है।
दिवस का उद्देश्य:
वैश्विक आपूर्ति श्रृंखला में नाविकों की महत्वपूर्ण भूमिका को स्वीकार करना।
समुद्री पेशे से जुड़े खतरों, कठिनाइयों एवं सामाजिक चुनौतियों के प्रति समाज को जागरूक बनाना।
नाविकों के अधिकारों की रक्षा, उनकी कार्य परिस्थितियों के सुधार और कल्याण को बढ़ावा देना।
दिवस का इतिहास:
इस दिवस की घोषणा वर्ष2010 में अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (IMO)द्वारा की गई थी।
यह निर्णय STCW सम्मेलन (Standards of Training, Certification and Watchkeeping for Seafarers)के तहत मनीला (फिलीपींस) में आयोजित एक डिप्लोमैटिक सम्मेलन में लिया गया।
नाविकों का योगदान:
वैश्विक व्यापार का लगभग 90% परिवहन समुद्री मार्ग से होता है।
नाविकों द्वारा आवश्यक वस्तुएँ; जैसे खाद्यान्न, दवाइयाँ, कच्चा माल, ईंधन आदि एक देश से दूसरे देश तक पहुँचाई जाती हैं।
वे लंबी अवधि तक समुद्र में रहकर कठिन पर्यावरणीय परिस्थितियों का सामना करते हैं, जिससे उनका मानसिक और सामाजिक जीवन प्रभावित होता है।
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री संगठन (International Maritime Organization – IMO)
यह संयुक्त राष्ट्र की एक विशेषीकृत संस्था है जो वैश्विक समुद्री सुरक्षा, पर्यावरण संरक्षण और समुद्री नेविगेशन से संबंधित मानकों को तय करती है।
स्थापना: 17 मार्च 1948 को जिनेवा में IMO सम्मेलन के तहत
मुख्यालय: लंदन, यूनाइटेड किंगडम
प्रश्न. अंतर्राष्ट्रीय नाविक दिवस प्रतिवर्ष किस तिथि को मनाया जाता है?