किर्स्टी कोवेंट्री: IOC की पहली महिला और अफ्रीकी अध्यक्ष बनीं
चर्चा में क्यों ?
किर्स्टी कोवेंट्री: IOC की पहली महिला और अफ्रीकी अध्यक्ष बनीं
प्रमुख बिंदु :-
23 जून 2025 को ओलंपिक स्वर्ण पदक विजेता और जिम्बाब्वे की पूर्व तैराक किर्स्टी कोवेंट्री को अंतर्राष्ट्रीय ओलंपिक समिति (IOC)की पहली महिला और पहली अफ्रीकी अध्यक्ष के रूप में शपथ दिलाई गई।
यह ऐतिहासिक अवसरIOC की 131वीं वर्षगांठपर स्विट्ज़रलैंड के लौसाने स्थित ओलंपिक हाउस में संपन्न हुआ।
ओलंपिक स्वर्ण विजेता से वैश्विक नेता तक
41 वर्षीय किर्स्टी कोवेंट्री ने दो ओलंपिक स्वर्ण पदक जीतकर जिम्बाब्वे की सबसे प्रसिद्ध एथलीट का दर्जा पाया है।
ये पूर्व में जिम्बाब्वे की युवा, खेल, कला और मनोरंजन मंत्री भी रह चुकी हैं औरIOC में सक्रिय नेतृत्व कर चुकी हैं।
परिवार से प्रेरणा, बेटियों को समर्पण
अपने उद्घाटन भाषण में कोवेंट्री ने अपने परिवार, विशेष रूप से अपनी दो बेटियों से प्रेरणा मिलने की बात कही।
उन्होंने मंच से अपनी 6 वर्षीय बेटी एला को संबोधित करते हुए भावुक कर देने वाले शब्द कहे जो उनके नेतृत्व को संवेदनशीलता और उद्देश्य से जोड़ते हैं।
सम्मानजनक विदाई: थॉमस बाख
जर्मन वकील और 1976 के ओलंपिक तलवारबाज थॉमस बाख ने अपने 12 वर्षीय कार्यकाल की पूर्णता के साथ IOC अध्यक्ष पद को अलविदा कहा।
अब वे IOC के मानद अध्यक्षबन गए हैं और उन्होंने कोवेंट्री को हर संभव सलाह देने की इच्छा जताई है।
नेतृत्व की नई शैली: समावेशिता और संवाद
कोवेंट्री ने अपने भाषण में IOC को एक"प्रेरणा और उम्मीद का मंच" बताया।
इन्होंने ईमानदारी, पारदर्शिता और सभी सदस्यों की भागीदारी से संगठन को चलाने का वादा किया — जो उनके पूर्ववर्ती की केंद्रीकृत शैली से एक भिन्न दृष्टिकोण का संकेत देता है।
2036 ओलंपिक की मेज़बानी पर अहम फैसला
कोवेंट्री के सामने सबसे पहली बड़ी चुनौती 2036 ओलंपिक की मेज़बानी के लिए शहर का चयनहै।
इस प्रक्रिया में भारत, एशिया और मध्य पूर्व के कई देश शामिल हैं।
खासकर भारत की IOC सदस्य नीता अंबानी की उपस्थिति और कोवेंट्री को मिला समर्थन, भारत की मेज़बानी आकांक्षाओं को बल देता है।
प्रश्न :-हाल ही में IOC के नए अध्यक्ष के रूप में किसे चुना गया है ?