चर्चा में क्यों?
हाल ही में नागरिक उड्डयन मंत्रालय ने कोटा और पुरी में दो नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों को मंजूरी दी।

दो नए ग्रीनफील्ड हवाई अड्डों के बारे में:
- कोटा हवाई अड्डा (राजस्थान):
- इसका नेतृत्व लोक सभा अध्यक्ष एवं कोटा-बूंदी से सांसद श्री ओम बिरला करेंगे।
- कोटा एक प्रसिद्ध शैक्षणिक और औद्योगिक केंद्र है, विशेष रूप से आईआईटी/मेडिकल कोचिंग संस्थानों के लिए प्रसिद्ध है।
- यह व्यापक हाड़ौती क्षेत्र की सेवा करेगा तथा आर्थिक गतिविधि, जनसंख्या गतिशीलता और औद्योगिक मांग को समर्थन देगा।
- घरेलू और संभावित अंतर्राष्ट्रीय संपर्क को बढ़ाता है।
- पुरी हवाई अड्डा (ओडिशा):
- पुरी चार धाम तीर्थ स्थलों में से एक है, जहां प्रसिद्ध जगन्नाथ मंदिर स्थित है।
- इससे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा तथा लाखों तीर्थयात्रियों और अंतर्राष्ट्रीय पर्यटकों को सुविधा मिलेगी।
- दिल्ली, मुंबई, चेन्नई और कोलकाता जैसे प्रमुख महानगरों से पहुंच में सुधार।
- क्षेत्रीय विकास और रोजगार में योगदान की उम्मीद है।
ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे:
- ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे वे नए हवाई अड्डे होते हैं जिन्हें शुरुआत से नए स्थान पर पूरी तरह से नई ज़मीन पर बनाया जाता है, जहाँ पहले कोई हवाई अड्डा मौजूद नहीं था।
ग्रीनफील्ड बनाम ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट:
विशेषता
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ग्रीनफील्ड एयरपोर्ट
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ब्राउनफील्ड एयरपोर्ट
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निर्माण स्थान
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नई ज़मीन पर
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मौजूदा हवाई अड्डे का विस्तार/नवीनीकरण
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लागत
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अधिक
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तुलनात्मक रूप से कम
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सुविधाएँ
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पूरी तरह नई व आधुनिक
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सीमित सुधार संभव
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समय
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अधिक समय लगता है
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अपेक्षाकृत कम समय लगता है
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भारत में प्रमुख ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे:
- राज्य स्वीकृत: नोएडा (जेवर), मोपाह (गोवा), भोगापुरम (आंध्र प्रदेश), हासन (कर्नाटक)
- नई घोषणा (2025): कोटा (राजस्थान) और पुरी (ओडिशा)
प्रश्न: निम्नलिखित में से कौन-सा ग्रीनफील्ड हवाई अड्डे का उदाहरण है?
(a) इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
(b) मुंबई का छत्रपति शिवाजी एयरपोर्ट
(c) नोएडा (जेवर) अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा
(d) चेन्नई हवाई अड्डा
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