प्रख्यात संत, समाज सुधारक और भगवान कृष्ण की अनन्य भक्त माता कर्मा की 1009वीं जयंती पर डाक विभाग द्वारा एक डाक टिकट जारी किया गया है।

माता कर्मा के बारे में
- परिचय : साहू तेली समुदाय की एक भक्ति संत और समाज सुधारक, वह अपनी भक्ति और सामाजिक योगदान के लिए जानी जाती हैं।
- इन्हें कर्माबाई या कर्मा देवी के नाम से भी जाना जाता है।
- उनकी भक्ति और कार्यों को लेकर कई लोककथाएँ और किवदंतियाँ प्रचलित हैं, जो छत्तीसगढ़ और आसपास के क्षेत्रों में सुनाई जाती हैं।
- जीवनकाल : 1017ई.-1064ई.
- भक्ति मान्यता : ऐसा माना जाता है कि भगवान कृष्ण ने पुरी (ओडिशा) में उनकी खिचड़ी स्वीकार की थी। तब से, माता कर्माबाई की खिचड़ी का पहला प्रसाद पुरी में भगवान जगन्नाथ को समर्पित किया जाता है।
- सामाजिक सुधार : अस्पृश्यता, रूढ़िवाद के खिलाफ लड़ाई लड़ी और महिलाओं को सशक्त बनाया।