प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ₹19,650 करोड़ की लागत से निर्मित भारत की सबसे बड़ी ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा परियोजना ‘नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (NMIA)’ का उद्घाटन किया।
नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा (NMIA) के बारे में
- नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा एक अत्याधुनिक ग्रीनफील्ड हवाई अड्डा है, जिसे अडानी एयरपोर्ट्स होल्डिंग्स लिमिटेड (74%) और सिडको (26%) के बीच सार्वजनिक-निजी भागीदारी (PPP) के तहत विकसित किया गया है।
- इसे भारत का पहला पूर्णतः डिजिटल, 5G-सक्षम और पर्यावरण-अनुकूल हवाई अड्डा माना जाता है जिसे छत्रपति शिवाजी महाराज अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डे (CSMIA) के पूरक के रूप में डिज़ाइन किया गया है।
- यह उल्वे (Ulwe), नवी मुंबई में स्थित है।
नवी मुंबई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा का ऐतिहासिक परिप्रेक्ष्य
- मुंबई के मुख्य हवाई अड्डे पर भीड़भाड़ कम करने के लिए 1990 के दशक में प्रस्तावित इस परियोजना को वर्ष 2017 में अंतिम पर्यावरणीय मंज़ूरी प्राप्त हुई।
- निर्माण सिडको (CIDCO) के अधीन शुरू हुआ और बाद में अडानी समूह ने इसका अधिग्रहण कर लिया।
मुख्य विशेषताएँ:
डिज़ाइन एवं तकनीक
- कमल के फूल से प्रेरित वास्तुकला, जिसमें 12 पंखुड़ी के आकार के स्तंभ हैं।
- पूरी तरह से डिजिटल संचालन: एआई-सक्षम बैगेज ट्रैकिंग, ऑनलाइन इमिग्रेशन, डिजी यात्रा के माध्यम से संपर्क रहित बोर्डिंग आदि।
हरित एवं स्मार्ट पहल
- 47 मेगावाट सौर ऊर्जा, वर्षा जल संचयन, अपशिष्ट जल पुनर्चक्रण और ईवी-आधारित स्थलीय परिवहन
- कार्बन-तटस्थ और आई.जी.बी.सी. प्लेटिनम-रेटेड हवाई अड्डे के रूप में डिज़ाइन
कनेक्टिविटी
- एक्सप्रेसवे, मेट्रो, उपनगरीय रेल और जल परिवहन के साथ एकीकृत
- जे.एन.पी.टी. (JNPT) बंदरगाह से इसकी निकटता से मल्टीमॉडल लॉजिस्टिक्स दक्षता में वृद्धि