पाकिस्तान ने मिसाइल अभियानों की निगरानी के लिए अपनी सेना में एक नई समर्पित इकाई ‘आर्मी रॉकेट फ़ोर्स’ के गठन का निर्णय लिया है।
आर्मी रॉकेट फ़ोर्स की विशेषताएँ
- उद्देश्य: सामरिक मिसाइल प्रणालियों की कमान, नियंत्रण एवं परिचालन सुरक्षा को मज़बूत करना
- संरचना: पाकिस्तानी सेना की सामरिक बल कमान के अंतर्गत विशेष बल
- गठन का कारण: क्षेत्र में आकस्मिक मिसाइल प्रक्षेपण (विशेषकर 2022 में भारत द्वारा ब्रह्मोस मिसाइल के मिसफायर होने) की कथित घटनाओं के बाद सुरक्षा चिंताओं का समाधान
- भूमिका
- मिसाइल इकाइयों की तैनाती और तैयारी की निगरानी करना
- सुरक्षा प्रोटोकॉल को बेहतर बनाना और आकस्मिक प्रक्षेपणों को रोकना
- प्रशिक्षण, निगरानी एवं रीयल-टाइम संचार प्रणालियों में सुधार करना
- प्रभाव
- क्षेत्रीय हथियारों की होड़ की गतिशीलता को बढ़ा सकता है।
- दोनों पक्षों के बीच कड़े सैन्य प्रोटोकॉल हो सकते हैं।
- दक्षिण एशिया की परमाणु-मिसाइल जोखिम प्रबंधन चुनौतियों को उजागर करता है।