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तेजस ने किया मिसाइल ‘अस्त्र’ का सफल परीक्षण

प्रारम्भिक परीक्षा – मिसाइल ‘अस्त्र’
मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-3

सन्दर्भ 

  • भारत के हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) तेजस एलएसपी-7 ने 23 अगस्त को गोवा के तट पर हवा से हवा में मार करने वाली, दिखाई नहीं पड़ने वाले लक्ष्य को भेदने की क्षमता वाली (Beyond Visual Range) मिसाइल ‘अस्त्र’ का परीक्षण किया, जो सफल रहा।
  • अधिकारियों ने बताया कि करीब 20,000 फुट की ऊंचाई पर विमान से अस्त्र मिसाइल का प्रक्षेपण किया गया।

Tejas

प्रमुख बिंदु 

  • प्रक्षेपण की निगरानी वैमानिकी विकास एजेंसी (Avionics Development Agency), रक्षा अनुसंधान एवं विकास संगठन (डीआरडीओ), हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) के परीक्षण निदेशक एवं वैज्ञानिकों और सेंटर फॉर मिलिट्री एयरवर्थनेस एंड सर्टिफिकेशन (CEMILAC) और एयरोनॉटिकल क्वालिटी एश्योरेंस महानिदेशालय (डीजी-एक्यूए) के अधिकारियों ने की ।

तेजस

drdo

  • इस प्रक्षेपण से तेजस की युद्धक क्षमता में उल्लेखनीय वृद्धि होगी और आयातित हथियारों पर निर्भरता कम होगी।
  • इस परीक्षण से तेजस की कॉम्बेट कैपेसिटी में बढ़ोतरी होगी और हथियारों को इंपोर्ट नहीं करना पड़ेगा।
  • तेजस एक सिंगल इंजन वाला मल्टीपरपज फाइटर प्लेन है। यह रिस्की एटमॉसफियर में भी काम कर सकता है। इसे वायु रक्षा, समुद्री टोही और हमले की भूमिका निभाने के लिए डिज़ाइन किया गया है।

मिसाइल अस्त्र की खासियत

misiel

  • हवा से हवा में मारने वाली स्वदेशी मिसाइल।
  • बियॉन्ड विजुअल रेंज हमला करने में सक्षम।
  • बेहद तेज और सटीक निशाना लगाने में सक्षम।
  • ऑप्टिकल प्रॉक्सीमिटी फ्यूज टारगेट से टकराकर फट जाती है।
  • वजन 154 किलो, लंबाई 12.6 फुट, व्यास 7 इंच, मारक क्षमता 160 किमी है।
  • इसमें हाई-एक्सप्लोसिव, प्री-फ्रैगमेंटेड एचएमएक्स हथियार लगा सकते हैं।
  • डीआरडीओ का घरेलू तेजस लड़ाकू विमान से स्वदेशी अस्त्र बीवीआर परीक्षण 'आत्मनिर्भर भारत' की दिशा में एक बड़ा कदम है। 
  • भारतीय वायुसेना ने पहले ही 250 अस्त्र-1 मिसाइलों के लिए प्रारंभिक ऑर्डर दे दिया है, जबकि DRDO 160 किलोमीटर की रेंज वाली एस्ट्रा-2 मिसाइल विकसित कर रहा है ।

अस्त्र मिसाइल का परिचय: 

  • अस्त्र परियोजना आधिकारिक तौर पर 2000 के दशक में शुरू की गई थी। 
  • वर्ष 2017 में अस्त्र मार्क-1 मिसाइल का विकास चरण पूरा हो गया था। 
  • वर्ष 2017 से अब तक सुखोई-30 एमकेआई से इसके कई सफल परीक्षण भी किये गए थे। 

अस्त्र  मार्क-1 मिसाइल: 

  • अस्त्र भारत की पहली स्वदेश निर्मित दृश्य सीमा से परे हवा-से-हवा में मार करने वाली मिसाइल (BVRAAM) है। 
  • अस्त्र  मार्क-1 मिसाइल 20 नॉटिकल मील या 37 किलोमीटर की सीमा से आगे तक मार करने में सक्षम थी। 
  • अस्त्र मार्क-1 की रेंज करीब 110 किलोमीटर थी। 
  • इसे रक्षा अनुसंधान और विकास संगठन (DRDO) द्वारा विकसित किया गया था। 

अस्त्र मिसाइल का सामरिक महत्त्व: 

  • इससे विदेशी स्रोतों पर निर्भरता में कमी आएगी । 
  • इससे प्रतिकूल वायु रक्षा उपायों से खुद को बचाते हुए शत्रु की हवाई संपत्ति को बेअसर कर सकते हैं। 
  • इस मिसाइल को लॉन्च करने से हमलावर पक्ष के आक्रमण से बचाव किया जा सकता है। 

तकनीकी और आर्थिक रूप से सुदृढ़: 

  • अस्त्र, तकनीकी और आर्थिक रूप से ऐसी कई आयातित मिसाइल प्रणालियों से बेहतर है। 
  • यह मिसाइल ध्वनि की गति से चार गुना से अधिक गति से यात्रा कर सकती है और हवाई युद्ध के लिये अत्यधिक कुशल है। 
  • इसे अन्य लड़ाकू विमानों के साथ एकीकृत किया जा सकता है: 
  • मिसाइल पूरी तरह से सुखोई 30 MK II पर एकीकृत है और इसे हल्के लड़ाकू विमान (LCA) तेज़स सहित चरणबद्ध तरीके से अन्य लड़ाकू विमानों के साथ एकीकृत किया जाएगा। 
  • यह मिसाइल को मिग-29K लड़ाकू विमान पर एकीकृत करेगा जो नौसेना के विमान वाहक पर तैनात हैं। इस प्रकार भारत के विमान वाहक की घातकता को बढ़ाता है।

विशेष तथ्य 

एकीकृत निर्देशित मिसाइल विकास कार्यक्रम (IGMDP):

  • इसकी स्थापना वैज्ञानिक डॉ. ए. पी. जे. अब्दुल कलाम द्वारा दिये गये विचारों के आधार पर किया गया था। 
  • इसका उद्देश्य मिसाइल प्रौद्योगिकी के क्षेत्र में आत्मनिर्भरता हासिल करना था।
  • इसे वर्ष 1983 में शुरू किया गया था यह मार्च 2012 में पूरा हुआ। 
  • रणनीतिक रूप से स्वदेशी मिसाइल प्रणालियों को विकसित करने लिये यह देश के वैज्ञानिक समुदाय, शैक्षणिक संस्थानों, अनुसंधान एवं विकास प्रयोगशालाओं, उद्योगों और तीनों रक्षा सेवाओं को एक साथ लाया।

IGMDP के तहत विकसित मिसाइलें: 

पृथ्वी: सतह-से-सतह पर मार करने में सक्षम कम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल।

अग्नि: सतह-से-सतह पर मार करने में सक्षम मध्यम दूरी वाली बैलिस्टिक मिसाइल।

त्रिशूल: सतह से आकाश में मार करने में सक्षम कम दूरी वाली मिसाइल।

नाग: तीसरी पीढ़ी की टैंक भेदी मिसाइल।

आकाश: सतह से आकाश में मार करने में सक्षम मध्यम दूरी वाली मिसाइल।

प्रारम्भिक परीक्षा प्रश्न : अस्त्र मिसाइल के संदर्भ में निम्नलिखित कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं? 

1. यह सतह-से-सतह पर मार करने वाली मिसाइल है।

2. यह हवा-से-हवा में मार करने वाली मिसाइल है।

3. मारक क्षमता 160 किमी/घंटा है।

नीचे दिये गए कूट का प्रयोग कर सही उत्तर चुनिये:

(a) केवल 1

(b) केवल 2 और 3

(c) केवल 1 और 3

(d) 1, 2 और 3

उत्तर:  (b)

मुख्य परीक्षा प्रश्न : अस्त्र क्या है? यह भारत के तकनीकी एवं आर्थिक सुदृढ़ीकरण को कैसे सुनिश्चित करेग, व्याख्या कीजिए।

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