चर्चा में क्यों?
उत्तर प्रदेश सरकार ने प्रदेश के श्रद्धालुओं को कैलाश मानसरोवर की यात्रा में सहयोग देने के लिए एक विशेष योजना शुरू की है।

प्रमुख बिंदु:
- इस योजना की घोषणा उत्तर प्रदेश के पर्यटन मंत्री श्री जयवीर सिंह द्वारा की गई है।
- इस योजना के तहत जो भी व्यक्ति उत्तर प्रदेश का स्थायी निवासी है और कैलाश मानसरोवर की यात्रा करता है, उसे सरकार की ओर से एक लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- यह योजना उन तीर्थयात्रियों के लिए एक सौगात है जो धार्मिक आस्था के तहत कैलाश मानसरोवर यात्रा करना चाहते हैं।
- इस योजना का उद्देश्य उत्तर प्रदेश के श्रद्धालुओं को कैलाश मानसरोवर की कठिन और खर्चीली यात्रा के लिए आर्थिक सहायता प्रदान करना है, जिससे अधिक से अधिक लोग इस आध्यात्मिक यात्रा का लाभ ले सकें।
योजना के लाभार्थी कौन हैं?
- इस योजना का लाभ केवल उन्हीं लोगों को मिलेगा जो उत्तर प्रदेश के स्थायी निवासी हैं।
- लाभ उन्हीं श्रद्धालुओं को मिलेगा जो केंद्र सरकार की अधिकृत कैलाश मानसरोवर यात्रा या किसी पंजीकृत निजी ट्रैवल एजेंसी के माध्यम से यह यात्रा सफलतापूर्वक पूरी करेंगे।
- लाभ के लिए पात्र होने के लिए तीर्थयात्री को यात्रा पूर्ण करने के पश्चात उत्तर प्रदेश सरकार को आवेदन करना होगा।
मिलने वाली सहायता राशि:
- उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा इस योजना के अंतर्गत प्रत्येक पात्र श्रद्धालु को ₹1,00,000 (एक लाख रुपये) की आर्थिक सहायता दी जाएगी।
- यह धनराशि सीधे तीर्थयात्री के बैंक खाते में स्थानांतरित की जाएगी, लेकिन केवल तभी जब उन्होंने यात्रा पूरी कर ली हो और सभी दस्तावेज़ सही पाए गए हों।
आवेदन की प्रक्रिया क्या है?
- कैलाश मानसरोवर यात्रा को सफलतापूर्वक पूरा करने के 90 दिनों के भीतर आपको इस योजना के लिए आवेदन करना होगा।
- आवेदन के लिए आपको उत्तर प्रदेश सरकार की आधिकारिक वेबसाइट www.updharmarthkarya.in पर जाना होगा।
- वेबसाइट पर जाकर "कैलाश मानसरोवर यात्रा सब्सिडी" के विकल्प पर क्लिक करना होगा।
- इसके बाद आवेदन पत्र भरना होगा और आवश्यक दस्तावेज़ों को स्कैन करके अपलोड करना होगा।
आवश्यक दस्तावेज़ कौन-कौन से हैं?
- कैलाश मानसरोवर यात्रा प्रमाण पत्र – यात्रा पूरी करने के बाद मिलने वाला आधिकारिक सर्टिफिकेट।
- आधार कार्ड – पहचान प्रमाण के रूप में।
- पैन कार्ड –कर निर्धारण हेतु आवश्यक।
- स्थायी निवास प्रमाण पत्र – यह दर्शाने के लिए कि आप उत्तर प्रदेश के स्थायी निवासी हैं।
- वीज़ा और पासपोर्ट की प्रति – यदि यात्रा विदेश होकर की गई हो।
- बैंक खाता विवरण – ताकि सहायता राशि सीधे खाते में ट्रांसफर की जा सके।
कैलाश मानसरोवर यात्रा 2025 से संबंधित प्रमुख जानकारी:
- यात्रा की शुरुआत – यह यात्रा 30 जून 2025 से शुरू की जाएगी।
- कुल तीर्थयात्री – इस बार कुल 750 तीर्थयात्रियों को चुना गया है।
- इनमें से 500 यात्री नाथू ला मार्ग से यात्रा करेंगे।
- 250 यात्री लिपुलेख पास मार्ग से यात्रा पूरी करेंगे।
कैलाश मानसरोवर यात्रा
कैलाश मानसरोवर यात्रा एक आध्यात्मिक, धार्मिक और रोमांचकारी यात्रा है, जो हिन्दू, बौद्ध, जैन और बोन धर्मों के अनुयायियों के लिए अत्यंत पवित्र मानी जाती है।

कैलाश पर्वत:
- यह पर्वत तिब्बत (अब चीन के कब्जे में) के दक्षिण-पश्चिम भाग में स्थित है।
- इसे भगवान शिव का निवास माना जाता है।
- इसकी ऊँचाई लगभग 6,638 मीटर (21,778 फीट) है।
मानसरोवर झील:

- यह हिमालय की एक शांत और पवित्र झील है।
- मानसरोवर झील समुद्र तल से लगभग 4,590 मीटर (15,060 फीट) की ऊँचाई पर स्थित है।
- इसका जल शुद्धता और आध्यात्मिकता का प्रतीक है। मान्यता है कि इसमें स्नान करने से पाप धुल जाते हैं।
धार्मिक महत्व:
धर्म
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महत्व
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हिन्दू धर्म
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शिव का निवास, मानसरोवर में स्नान और कैलाश की परिक्रमा से मोक्ष प्राप्त होता है
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बौद्ध धर्म
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यह स्थान बुद्ध की ध्यानस्थ भूमि माना गया है
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जैन धर्म
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ऋषभदेव को यहाँ मोक्ष प्राप्त हुआ था
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बोन धर्म
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कैलाश को ब्रह्मांड का केंद्र माना जाता है
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प्रश्न: उत्तर प्रदेश सरकार ने कैलाश मानसरोवर यात्रा पर जाने वाले तीर्थयात्रियों को कितनी आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है?
(a) ₹50,000
(b) ₹75,000
(c) ₹1,00,000
(d) ₹1,50,000
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