मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री मोहन यादव ने भोपाल में एक वैदिक घड़ी और उसके मोबाइल एप्लिकेशन का उद्घाटन किया, जो आधुनिक तकनीक के साथ-साथ भारत की पारंपरिक ज्ञान प्रणालियों को बढ़ावा देगा।
वैदिक घड़ी के बारे में
- इसे उज्जैन की जीवाजी वेधशाला द्वारा विकसित किया गया है जिसे समय-निर्धारण और खगोल विज्ञान के साथ अपने ऐतिहासिक जुड़ाव के लिए जाना जाता है।
- यह सूर्य एवं चंद्रमा की गति के आधार पर वैदिक गणनाओं के अनुसार समय प्रदर्शित करती है।
- इसमें निम्नलिखित विवरण प्रदर्शित होते हैं:
- वैदिक काल विभाजन (घटी, मुहूर्त, प्रहर, आदि)
- पंचांग तत्व (तिथि, नक्षत्र, योग, करण)
- ग्रहों की स्थिति और सूर्योदय-सूर्यास्त का समय
- मोबाइल ऐप इन सुविधाओं को आम जनता के लिए सुलभ बनाता है।
महत्त्व
- सांस्कृतिक विरासत: विशेष रूप से उज्जैन (भारत का ग्रीनविच) से जुड़ी भारत की प्राचीन खगोलीय परंपराओं को पुनर्जीवित करता है।
- वैज्ञानिक जागरूकता: यह पारंपरिक समय-निर्धारण को आधुनिक वैज्ञानिक विधियों से जोड़ता है।
- पर्यटन एवं शिक्षा: यह ज्योतिष एवं वैदिक अध्ययन के केंद्र के रूप में उज्जैन की पहचान को सुदृढ़ करने के साथ ही सांस्कृतिक पर्यटन को बढ़ावा देता है।
- डिजिटल एकीकरण: यह प्रयास एक मोबाइल ऐप के माध्यम से पारंपरिक ज्ञान को डिजिटल इंडिया पहलों के साथ जोड़ता है।