दिग्गज तेलुगु अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव गारू का निधन
चर्चा में क्यों ?
दिग्गज अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव गारू का 83 वर्ष की आयु में हैदराबाद में निधन हो गया।
प्रमुख बिंदु :-
13 जुलाई 2025 को प्रतिष्ठित तेलुगु अभिनेता कोटा श्रीनिवास राव गारू का हैदराबाद में 83 वर्ष की आयु में निधन हो गया।
वह उम्र संबंधी जटिलताओं और लम्बे समय से चली आ रही बीमारी से जूझ रहे थे।
इनके निधन से पूरे फिल्म उद्योग और प्रशंसकों में शोक।
राष्ट्रीय नेताओं व फिल्मजगत ने जताया शोक
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उनके निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया।
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन. चंद्रबाबू नायडू समेत तेलुगु फिल्म इंडस्ट्री की कई प्रमुख हस्तियों ने भी कोटा श्रीनिवास राव के योगदान को याद करते हुए श्रद्धांजलि दी।
टॉलीवुड में चार दशकों की बहुआयामी पहचान
कोटा श्रीनिवास राव गारू टॉलीवुड के सबसे बहुमुखी कलाकारों में से एक थे।
इन्होंने खलनायक, हास्य अभिनेता, चरित्र अभिनेता से लेकर कई तरह की भूमिकाएं निभाकर दर्शकों के दिलों में खास जगह बनाई।
इनका फिल्मी करियर 1978 में 'प्रणाम ख़रीदु' फिल्म से शुरू हुआ।
गाँव से सिनेमा तक का सफर
इनका जन्म 1942 में आंध्र प्रदेश के कृष्णा जिले के कांकीपाडु गाँव में हुआ था।
फिल्मों में आने से पहले वे भारतीय स्टेट बैंक (SBI) में कार्यरत थे। कॉलेज के दिनों से ही उन्हें थिएटर का शौक था, जिसे उन्होंने नौकरी के साथ भी ज़ारी रखा।
750 से अधिक फिल्मों में अभिनय
अपने पूरे करियर में उन्होंने 750 से अधिक फिल्मों में अभिनय किया।
इनमें तेलुगु के साथ-साथ 30 तमिल, 8 कन्नड़, 10 हिंदी और 1 मलयालम फिल्म भी शामिल हैं। उनकी प्रसिद्ध फिल्मों में शिवा, अतरिंटिकी डेरेडी, रक्त चरित्र, अहा ना पेलंता!, लीडर, छत्रपति, रेडी, और मल्लीस्वरी जैसी हिट फिल्में शामिल हैं।
गायक के रूप में भी पहचान
कोटा श्रीनिवास राव ने कुछ तेलुगु फिल्मों में पार्श्वगायक के रूप में भी अपनी आवाज दी थी।
उनका यह बहुप्रतिभाशाली व्यक्तित्व टॉलीवुड में हमेशा याद किया जाएगा।
पुरस्कार और सम्मान
पद्म श्री (2015): भारत सरकार द्वारा उन्हें चौथे सर्वोच्च नागरिक सम्मान 'पद्म श्री' से सम्मानित किया गया।
नंदी पुरस्कार: अभिनय में उत्कृष्टता के लिए उन्हें आंध्र प्रदेश सरकार से 9 बार प्रतिष्ठित नंदी पुरस्कार प्राप्त हुए।
ये पुरस्कार तेलुगु सिनेमा, टेलीविजन और थिएटर के क्षेत्र में उत्कृष्टता को मान्यता देते हैं।
राजनीति में भी सक्रिय भूमिका
कोटा श्रीनिवास राव का एक छोटा मगर प्रभावशाली राजनीतिक जीवन भी रहा।
वे 1999 में विजयवाड़ा पूर्व विधानसभा क्षेत्र से भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के विधायक चुने गए।
अंतिम फिल्म
इन्हें आखिरी बार 2023 में रिलीज़ हुई तेलुगु फिल्म सुवर्ण सुंदरी में पर्दे पर देखा गया।
यह उनके चार दशक लंबे यादगार करियर की अंतिम कड़ी बनी।
प्रश्न :-कोटा श्रीनिवास राव को भारत सरकार द्वारा किस नागरिक पुरस्कार से सम्मानित किया गया था?