प्रारम्भिक परीक्षा – जीलैंडिया महाद्वीप मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-1 |
संदर्भ
- भूवैज्ञानिकों और भूकंपविज्ञानियों की छोटी टीम ने विश्व का आठवां महाद्वीप खोज निकाला है जिसका नाम जीलैंडिया है।
प्रमुख बिंदु
- जीलैंडिया की खोज सबसे सर्वप्रथम 1642 में डच व्यापारी और नाविक एबेल तस्मान ने की थी।
- वैज्ञानिकों ने वर्ष 2017 में जीलैंडिया कॉन्टिनेंट की खोज की थी। लगभग 375 साल (1642-2017) के पश्चात् जीलैंडिया कॉन्टिनेंट की खोज में वैज्ञानिकों को एक प्रमाणिक सफलता मिली है।
जीलैंडिया
- भूवैज्ञानिकों और भूकंप वैज्ञानिकों की एक अंतरराष्ट्रीय टीम ने टेक्टोनिक्स पत्रिका में जीलैंडिया का एक मैप जारी किया था। वैज्ञानिकों ने समुद्र तल से हासिल किए चट्टानों के नमूनों का अध्ययन करने के पश्चात् इसे एक महाद्वीप तथा गोंडवानालैण्ड का भाग बताया।
- भूवैज्ञानिकों और भूकंप वैज्ञानिकों के अनुसार, यह लगभग 10.5 करोड़ साल पहले गोंडवानालैण्ड से अलग हुआ था।
- यह महाद्वीप ऑस्ट्रेलिया के पूर्व में प्रशांत महासागर में स्थित है।
- न्यूजीलैंड क्राउन रिसर्च इंस्टीट्यूट GNS साइंस के भूवैज्ञानिकों के अनुसार, इस महाद्वीप का 94 प्रतिशत हिस्सा पानी में समाया तथा 6 प्रतिशत हिस्सा न्यूजीलैंड और न्यू कैलेडोनिया /छोटे द्वीप के रूप में स्थित हैं।
- जीलैंडिया को पृथ्वी का सबसे छोटा महाद्वीप और एशिया को सबसे बड़ा महाद्वीप माना जा रहा है।
- लगभग 4.9 मिलियन वर्ग किलोमीटर में फैले जीलैंडिया को पृथ्वी का सबसे छोटा महाद्वीप और एशिया का सबसे बड़ा महाद्वीप माना जाता है।
जीलैंडिया को महाद्वीप क्यों माना जाना चाहिए?
- जीलैंडिया में एक महाद्वीप माने जाने के लिए आवश्यक सभी चार विशेषताएं हैं।
- चार विशेषताएं - ऊंचाई, भूविज्ञान, क्रस्टल संरचना या सीमाएं और क्षेत्र।
विश्व के 7 महाद्वीप
- एशिया, अफ्रीका, यूरोप, उत्तर और दक्षिण अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और अंटार्कटिका हैं।
प्रारंभिक परीक्षा प्रश्न :निम्नलिखित में से किस महासागर में जीलैंडिया महाद्वीप की खोज की गयी है?
(a) हिंद
(b) प्रशांत
(c) अटलांटिक
(d) आर्कटिक
उत्तर: (b)
मुख्य परीक्षा प्रश्न: महाद्वीपों के निर्माण से संबंधित प्लेट टेक्टोनिक सिद्धांत की व्याख्या कीजिए?
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