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जीवाश्म ईंधन उत्पादन पर UNEP की रिपोर्ट

प्रारंभिक परीक्षा- COP28
मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3

संदर्भ-

  • संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) द्वारा 8 नवंबर,2023 जारी एक रिपोर्ट के अनुसार, 2030 में वैश्विक जीवाश्म ईंधन उत्पादन  पेरिस जलवायु समझौते, 2015 के तहत निर्धारित जलवायु लक्ष्यों को पूरा न कर बल्की उस समय के स्तर से दोगुना से अधिक हो जाएगा।

मुख्य बिंदु-

  • यह रिपोर्ट UNEP के साथ-साथ स्टॉकहोम एनवायरनमेंट इंस्टीट्यूट (SEI), इंटरनेशनल इंस्टीट्यूट फॉर सस्टेनेबल डेवलपमेंट और थिंक-टैंक E3G और पॉलिसी इंस्टीट्यूट क्लाइमेट एनालिटिक्स के विशेषज्ञों द्वारा तैयार की गई है।
  • जीवाश्म ईंधन उत्पादन के कटौती में अंतर का आकलन करने वाली यह रिपोर्ट COP28 जलवायु बैठक से पहले आयी है। 
  • COP28 की बैठक 30 नवंबर,2023 को संयुक्त अरब अमीरात में होगी।
  • रिपोर्ट में इस बात का उल्लेख है कि जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिए क्या आवश्यक है!
  • स्टॉकहोम एनवायरनमेंट इंस्टीट्यूट (SEI) के वैज्ञानिक और रिपोर्ट के मुख्य लेखक प्लॉय अचकुलविसुट के अनुसार, "जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीके से खत्म करना उन महत्वपूर्ण मुद्दों में से एक है, जिस पर COP28 में बातचीत होनी चाहिए।"
  • 1.5°C के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए सभी देशों को सभी जीवाश्म ईंधन को चरणबद्ध तरीके से बंद करने के लिए प्रतिबद्ध होने की आवश्यकता है।
  • पेरिस संधि के तहत, राष्ट्रों ने औसत तापमान वृद्धि को पूर्व-औद्योगिक स्तर से 2 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने और इसे 1.5°C तक लाने का लक्ष्य निर्धारित किया है।
  • लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए जीवाश्म ईंधन का उपयोग कम किया जाना चाहिए, किंतु देश बेरोकटोक कोयला, गैस या तेल के उपयोग के लिए निर्धारित तिथि पर किसी भी अंतरराष्ट्रीय समझौते पर पहुंचने में विफल हो रहे हैं।
  • रिपोर्ट में 20 प्रमुख जीवाश्म ईंधन उत्पादकों का विश्लेषण किया गया है, जो 2030 तक ग्लोबल वार्मिंग को 1.5°C तक सीमित करने की जगह लगभग 110% अधिक जीवाश्म ईंधन का उत्पादन कर 2°C से 69% अधिक बढ़ा देंगे।
  • रिपोर्ट के अनुसार, 20 देशों में से किसी ने भी तापमान वृद्धि को 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के अनुरूप कोयला, तेल और गैस उत्पादन को कम करने के लिए प्रतिबद्धता नहीं दिखाया है।
  • 17 देशों ने शुद्ध शून्य उत्सर्जन तक पहुंचने का संकल्प लिया है, लेकिन अधिकांश जीवाश्म ईंधन उत्पादन को बढ़ावा देना, सब्सिडी देना, समर्थन करना और उनके विस्तार की योजना जारी रखे हुए हैं।

बढ़ता तेल उत्पादन-

  • वर्तमान डेटा अनुमानों के अनुसार, तेल उत्पादन 2030 तक 218 एक्साजूल प्रति वर्ष (ईजे/वाई) के बराबर होगा और 2050 तक बढ़कर 221 ईजे/वाई हो जाएगा, जो क्रमशः 114 मिलियन बैरल तेल प्रति दिन (बीपीडी) और 116 मिलियन बीपीडी के बराबर है। 
  • रिपोर्ट के अनुसार, 1.5°C के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए उत्पादन को 2030 में 168 EJ/y या 88 मिलियन बीपीडी और 2050 तक 61 EJ/y या 32 मिलियन बीपीडी पर लाना होगा।
  • अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी के आंकड़ों के अनुसार, वर्तमान वैश्विक तेल उत्पादन लगभग 102 मिलियन बीपीडी है, जिसका अर्थ है कि उत्पादन को 1.5C के लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए मौजूदा स्तर से 2030 तक लगभग 14% और 2050 तक 69% की कमी की आवश्यकता होगी।
  • रिपोर्ट के अनुसार, 20 देशों में वैश्विक जीवाश्म ईंधन उत्पादन का 82% और खपत का 73% हिस्सा है ; जिसमें  ऑस्ट्रेलिया, चीन, नॉर्वे, कतर, ब्रिटेन, संयुक्त अरब अमीरात और संयुक्त राज्य अमेरिका शामिल हैं।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-

प्रश्न- COP28 की बैठक किस देश में संपन्न होगी?

(a) इंडोनेशिया

(b) ब्राजील

(c) संयुक्त अरब अमीरात

(d) कजाकिस्तान

उत्तर- (c)

मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-

प्रश्न- पेरिस संधि के अनुसार तापमान वृद्धि को वर्ष,2030 तक 1.5 डिग्री सेल्सियस तक सीमित करने के अनुरूप किसी भी देश ने जीवाश्म ईंधन उत्पादन को कम करने के लिए प्रतिबद्धता नहीं दिखाया है। मूल्यांकन कीजिए।

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