हाल ही में, विदेश मंत्रालय ने घोषणा की है कि भारत अब फरज़ाद-बी गैस क्षेत्र परियोजना का हिस्सा नहीं है। फरज़ाद-बी गैस क्षेत्र, फारस की खाड़ी (ईरान) में स्थित है। यहाँ 19 ट्रिलियन क्यूबिक फीट से अधिक गैस के भण्डार हैं।
- वर्ष 2002 में ओ.एन.जी.सी. विदेश, इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन और ऑयल इंडिया द्वारा भारत की तरफ से गैस क्षेत्र में अन्वेषण के लिये अनुबंध पर हस्ताक्षर किये गए थे, जिसमें अब तक लगभग 100 मिलियन डॉलर का निवेश किया जा चुका है। विदित है कि वर्ष 2009 में भारत का अनुबंध समाप्त हो गया था तथा इसे पुनः बढ़ाने की बातें चल रही थीं।
- ध्यातव्य है कि हाल ही में, ईरानी सरकार ने वित्तीयन तथा परियोजना शुरू करने में भारतीय पक्ष से हो रही देरी का हवाला देते हुए 628 किमी. लम्बी चाबहार-ज़ाहेदान रेलवेलाइन परियोजना से भारत को बाहर कर दिया था, जिसके बाद भारतीय विदेश मंत्रालय ने गैस परियोजना से खुद को अलग करने की घोषणा की है।
- चाबहार बंदरगाह ओमान की खाड़ी में स्थित है और पाकिस्तान में चीन द्वारा विकसित किये जा रहे ग्वादर बंदरगाह से केवल 72 किमी. दूर है।