कृषि से होने वाले उत्सर्जन को कम करने तथा सम्वहनीय कृषि पद्धतियों को सुनिश्चित करने के लिये केंद्र सरकार द्वारा मिज़ोरम में ग्रीन-ए.जी. परियोजना की शुरुआत की गई है।
- ग्रीन-ए.जी. परियोजना को मिज़ोरम के अलावा राजस्थान, मध्य प्रदेश, ओडिशा और उत्तराखंड में भी लागू किया जाएगा। इस परियोजना के अंतर्गत, शुरुआत में मिज़ोरम के 35 गाँवों को लक्षित किया जाएगा। परियोजना के अंतर्गत मिज़ोरम के डंपा बाघ अभयारण्य (Dampa Tiger Reserve) तथा थोरंगटलांग वन्यजीव अभयारण्य (Thorangtlang Wildlife Sanctuary) को भी सम्मिलित किया गया है।
- इस परियोजना को वैश्विक पर्यावरण सुविधा (Global Environment Facility– GEF) द्वारा वित्त पोषित किया जा रहा है तथा भारत में इसके लिये राष्ट्रीय कार्यान्वयन एजेंसी कृषि, सहकारिता एवं किसान कल्याण विभाग है। लक्षित राज्यों में परियोजना को खाद्य एवं कृषि संगठन (FAO) तथा केंद्रीय पर्यावरण, वन एवं जलवायु परिवर्तन मंत्रालय के सहयोग से लागू किया जाएगा।
- इस परियोजना का उद्देश्य भारतीय कृषि में जैव विविधता, जलवायु परिवर्तन और स्थाई भूमि प्रबंधन के विभिन्न उद्देश्यों व पद्धतियों को उत्प्रेरित करना है।
- जी.ई.एफ. की स्थापना वर्ष 1992 के पृथ्वी सम्मलेन के दौरान अंतर्राष्ट्रीय पर्यावरण सम्मेलनों व समझौतों के उद्देश्यों को पूरा करने के लिये हुई थी। इसका मुख्यालय वाशिंगटन डी.सी. (यू.एस.ए.) में है और इसका प्रबंधन संयुक्त राष्ट्र विकास कार्यक्रम (UNDP), विश्व बैंक और संयुक्त राष्ट्र पर्यावरण कार्यक्रम (UNEP) द्वारा संयुक्त रूप से किया जाता है।