हाल ही में, द्वितीय विश्व कपास दिवस, 2020 के अवसर पर केंद्रीय कपड़ा मंत्री द्वारा भारतीय कपास के लिये पहली बार ब्रांड (Brand) और लोगो (Logo) का अनावरण किया गया।
भारतीय कपास को अब वैश्विक बाज़ार में कस्तूरी कॉटन/कपास के रूप में जाना जाएगा। कस्तूरी कॉटन ब्रांड सफेदी, चमक-दमक, कोमलता, शुद्धता विशिष्टता और भारतीयता का प्रतिनिधित्व करता है।
भारत विश्व में कपास का दूसरा सबसे बड़ा उत्पादक तथा सबसे बड़ा उपभोक्ता है। भारत में प्रत्येक वर्ष लगभग 60 लाख टन कपास (विश्व का 23%) का उत्पादन होता है तथा विश्व के कुल जैविक कपास का 51% उत्पादन भारत द्वारा किया जाता है।
कॉटन कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया (CCI) द्वारा कपास का अब तक का सबसे अधिक, न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) निर्धारित किया गया है साथ ही मौसम एवं फसल की स्थिति और सर्वोत्तम कृषि प्रथाओं से सम्बंधित नवीनतम जानकारी प्रदान करने हेतु मोबाइल एप “कॉट-एली” को विकसित किया गया है।
कपास भारत की मुख्य व्यावसायिक फसलों में से एक है तथा लगभग 60 लाख किसानों की आजीविका कपास की खेती पर निर्भर है।