News Articles 25-Mar-2023
हाल ही में, जलवायु परिवर्तन पर अंतर सरकारी पैनल (IPCC) द्वारा अपनी छठी आकलन रिपोर्ट (Sixth Assessment Report- AR6) की संश्लेषण रिपोर्ट प्रकाशित की गयी।
News Articles 08-Feb-2023
अंतर्राष्ट्रीय ऊर्जा एजेंसी (IEA) की एक रिपोर्ट के अनुसार, भारत की 'लाइफस्टाइल फॉर एनवायरनमेंट' पहल ऊर्जा कुशल व्यवहार को अपनाने के कारण 2030 तक लगभग 440 अरब डॉलर बचा सकती है।
News Articles 24-Nov-2022
मिस्र के शर्म अल शेख में 6 से 20 नवंबर के मध्य संयुक्त राष्ट्र जलवायु परिवर्तन फ्रेमवर्क सम्मलेन (UNFCCC) के कॉप-27 (CoP-27) का आयोजन किया गया। इस सम्मेलन की सबसे बड़ी सफलता ‘हानि एवं क्षति कोष’ (Loss and Damages Fund) की स्थापना के लिये विश्व समुदाय द्वारा आपसी सहमति व्यक्त किया जाना है।
News Articles 24-Nov-2022
एल नीनो सदर्न ऑसिलेशन (ENSO) पर नेचर कम्युनिकेशंस जर्नल में प्रकाशित एक नए शोध में कहा गया है, कि जलवायु परिवर्तन एल नीनो-ला नीना मौसम पैटर्न को लगभग 2030(+/- 6 वर्ष) तक प्रभावित करेगा, इससे वैश्विक जलवायु व्यवधानों का सामना करना पड़ सकता है।
News Articles 23-Nov-2022
भारत द्वारा ग्लासगो में COP26 जलवायु शिखर सम्मेलन के दौरान घोषित 'पंचामृत' संकल्प में निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए पंचायती राज संस्थानों को शामिल करना आवश्यक है, क्योंकि ये संस्थान जनसमुदाय के सबसे करीब हैं।
News Articles 19-Nov-2022
हाल ही में, जी-20 शिखर सम्मेलन के दौरान विकसित देशों ने इंडोनेशिया के जलवायु लक्ष्यों को पूरा करने के लिये जस्ट एनर्जी ट्रांजिशन पार्टनरशिप (JETP) की शुरुआत की है।
News Articles 17-Nov-2022
हाल ही में जारी जलवायु परिवर्तन प्रदर्शन सूचकांक 2023 में भारत को आठवें स्थान पर रखा गया है।
News Articles 16-Nov-2022
भारत ने शर्म अल-शेख, मिस्र में पार्टियों के 27वें सम्मेलन( COP27) के दौरान जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क सम्मलेन (यूएनएफसीसीसी) के समक्ष अपनी दीर्घकालिक कम-उत्सर्जन विकास रणनीति प्रस्तुत की।
News Articles 11-Nov-2022
हाल ही में, शर्म अल-शेख में आयोजित जलवायु परिवर्तन पर संयुक्त राष्ट्र फ्रेमवर्क कन्वेंशन (UNFCCC) के कॉप-27 के दौरान स्पेन एवं सेनेगल ने अंतर्राष्ट्रीय सूखा लचीलापन गठबंधन (International Drought Resilience Alliance : IDRA) की शुरुआत की है।
News Articles 10-Nov-2022
विश्व के सबसे अधिक उत्पादक पारिस्थितिक तंत्र के रूप में मैंग्रोव वनों की महत्ता को समझते हुए हाल ही में भारत ‘मैंग्रोव एलायंस फॉर क्लाइमेट’ (MAC) में शामिल हो गया है।