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पीएसएलवी की 60वीं उड़ान (60th flight of PSLV)

प्रारंभिक परीक्षा – पीएसएलवी की 60वीं उड़ान (60th flight of PSLV)
मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3  

चर्चा में क्यों

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) दिसंबर 2023 में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) की 60वीं उड़ान लॉन्च करेगा।

PSLV

प्रमुख बिंदु 

  • थुंबा में स्थित लॉन्च वाहनों के लिए इसरो की प्रमुख इकाई विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र (वीएसएससी) के निदेशक एस. उन्नीकृष्णन नायर के अनुसार इसरो दिसंबर 2023 के अंत तक 60वां पीएसएलवी लॉन्च करने की संभावना है।
  • इस मिशन में पेलोड के रूप में XPoSAT (X-ray Polarimeter Satellite) एक्स-रे पोलारिमीटर सैटेलाइट पीएसएलवी द्वारा प्रक्षेपण किया जाएगा 
  • यह चमकीले खगोलीय एक्स-रे स्रोतों(bright astronomical X-ray sources) का अध्ययन करने वाला भारत का पहला पोलारिमेट्री मिशन है।

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO)

  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भारत की राष्ट्रीय अंतरिक्ष एजेंसी है, जो अंतरिक्ष अनुसंधान और अन्वेषण के लिए जिम्मेदार है।
  • यह अंतरिक्ष विभाग (DoS) की प्राथमिक अनुसंधान और विकास शाखा के रूप में कार्य करता है, जिसकी देखरेख सीधे भारत के प्रधानमंत्री करते हैं
  • इसरो को पहले भारतीय राष्ट्रीय अंतरिक्ष अनुसंधान समिति (INCOSPAR) के रूप में जाना जाता था
  • वर्ष 1969 में परमाणु ऊर्जा विभाग (DAE) के अंतर्गत इसरो की स्थापना हुई।
  • इसरो ने भारत का पहला उपग्रह आर्यभट्ट बनाया, जिसे 1975 में सोवियत अंतरिक्ष एजेंसी इंटरकोस्मोस द्वारा लॉन्च किया गया था।
  • 1980 में इसरो ने एसएलवी-3 पर उपग्रह आरएस-1 लॉन्च किया, जिससे भारत कक्षीय प्रक्षेपण करने वाला  सातवां देश बन गया।
  • इसरो रिमोट-सेंसिंग उपग्रहों और GAGAN एवं IRNSS (NavIC) नेविगेशन  उपग्रह भी संचालित करता है।
  • इसरो ने चंद्रमा पर तीन और मंगल पर एक मिशन भेजा चुका है।

ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (The Polar Satellite Launch Vehicle)

  • चार चरणों वाला पीएसएलवी प्रक्षेपण यान 44.4 मीटर लंबा है और दो ठोस प्रणोदक और दो तरल प्रणोदक चरणों द्वारा संचालित है।
  • PSLV की पहली विकासात्मक उड़ान (PSLV-D1) 20 सितंबर, 1993 को हुई थी, लेकिन यह असफल रही।
  • उसके बाद दो और विकासात्मक उड़ानों के बाद वाणिज्यिक प्रक्षेपण शुरू हुआ, जिनमें से दोनों सफल रहे।
  • पीएसएलवी का उपयोग कई इसरो मिशनों को लॉन्च करने के लिए किया गया है, जिसमें चंद्रयान -1 चंद्रमा मिशन, मंगलयान मंगल ऑर्बिटर मिशन और हाल ही में आदित्य-एल 1 मिशन भी शामिल है।
  • PSLV-C37 के द्वारा 104 उपग्रहों को कक्षा में स्थापित करने का भी रिकार्ड है।
  • 50वां PSLV लांचिंग 11 दिसंबर, 2019 को PSLV-C48 मिशन के साथ हुआ।
  • 2 सितंबर, 2023 को PSLV-C57/आदित्य-L1 मिशन पीएसएलवी की 59वीं उड़ान थी।
  • PSLV-C12 के बाद इसरो ने जानबूझकर किसी मिशन को 'C13' नंबर देने से परहेज किया।
  • इसलिए PSLV-C57/आदित्य-L1 मिशन 59वीं उड़ान के रूप में जाना गया।

प्रश्न: निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए 

  1. PSLV की पहली विकासात्मक उड़ान (PSLV-D1) 20 सितंबर, 1993 को हुई थी।
  2. वर्ष 1969 में परमाणु ऊर्जा विभाग के अंतर्गत इसरो की स्थापना हुई थी।
  3. PSLV-C37 के द्वारा 104 उपग्रहों को कक्षा में स्थापित किया गया था। 

उपर्युक्त में से कितने कथन सही हैं ?

(a) केवल एक

(b) केवल दो 

(c) सभी तीनों 

(d) कोई भी नहीं 

उत्तर: (c)

मुख्य परीक्षा प्रश्न: ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान के प्रमुख विशेषताओं का उल्लेख कीजिए।

स्रोत:the hindu

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