सितंबर 2025 में फ्रांस के विभिन्न शहरों में बड़ी संख्या में लोग ‘एंटी-ऑस्टेरिटी’ प्रदर्शन में शामिल हुए।
क्या है ऑस्टेरिटी (Austerity)
- ऑस्टेरिटी से तात्पर्य कठोर वित्तीय नीति से है जिसमें सरकार खर्च में कटौती करती है, विशेषकर सार्वजनिक सेवाओं, पेंशन एवं सामाजिक सुरक्षा में।
- इसका उद्देश्य देश के बजट घाटे को कम करना और आर्थिक स्थिरता बनाए रखना होता है।
प्रभाव
- शिक्षा, स्वास्थ्य एवं सामाजिक सुरक्षा पर सीधे असर पड़ता है।
- सरकारी खर्च कम होने से रोज़गार और सामाजिक सेवाओं में कमी आती है।
- आम जनता के लिए जीवन दुष्कर एवं महंगा हो जाता है।
फ्रांस में एंटी-ऑस्टेरिटी प्रदर्शन के बारे में
- यह प्रदर्शन राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रॉन और नए प्रधानमंत्री सेबेस्टियन लेकोर्नु से बढ़ती बजट कटौतियों को रोकने तथा जनता की मांगों को सुनने के लिए किया गया।
- इस प्रदर्शन में शिक्षक, ट्रेन ड्राइवर, फार्मासिस्ट और अस्पताल कर्मी स्ट्राइक पर चले गए।
- किशोरों ने कई हाई स्कूलों को घंटों के लिए बंद किया।
- ‘Bloquons Tou’ (चलो सब ब्लॉक करें) आंदोलन के तहत लोग सड़कों पर उतरकर सरकार को दबाव में लाए।
प्रदर्शन के कारण
- आगामी बजट में कटौतियों का विरोध
- लोक सेवा पर खर्च बढ़ाने की मांग
- धनी वर्ग पर उच्च कर लगाने की मांग
- पेंशन प्रणाली में बदलाव के खिलाफ विरोध, जिसमें लोगों को लंबे समय तक काम करना पड़ रहा है।
प्रदर्शन की मांगें
- पिछली सरकार के वित्तीय योजनाओं को रद्द करना
- सार्वजनिक सेवाओं और कल्याण पर अधिक सरकारी खर्च
- धनी एवं बड़े कॉर्पोरेट्स पर कर बढ़ाना
- पेंशन सुधारों को रद्द करना
प्रदर्शन का प्रभाव
- करीब 1 मिलियन लोग प्रदर्शन में शामिल हुए (CGT यूनियन के अनुसार)।
- ट्रेनों और स्कूलों में भारी प्रभाव पड़ा।
- कुछ हिंसक घटनाएँ हुईं किंतु मुख्य रूप से शांतिपूर्ण रहीं।
- सरकार और संसद पर बजट पर पुनर्विचार का दबाव बढ़ा है।