23 जुलाई को चंद्रशेखर आज़ाद की 119वीं जयंती पर श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
चंद्रशेखर आजाद : जीवन परिचय
प्रारंभिक जीवन
- जन्म : 23 जुलाई, 1906 को मध्य प्रदेश के अलीराजपुर जिला स्थित भाबरा गाँव
- परिवार : पंडित सीताराम तिवारी और जगरानी देवी के पुत्र
- शिक्षा : संस्कृत पाठशाला में प्रारंभिक शिक्षा, काशी विद्यापीठ में अध्ययन
- प्रभाव : कम उम्र में गांधीजी के असहयोग आंदोलन से प्रेरित
क्रांतिकारी जीवन
- उपनाम : ‘आजाद’, जिसे उन्होंने स्वतंत्रता के प्रति अपनी प्रतिबद्धता के लिए अपनाया
- हिंदुस्तान रिपब्लिकन एसोसिएशन (HRA) : वर्ष 1924 में शामिल और बाद में वर्ष 1928 में हिंदुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन एसोसिएशन (HSRA) में
- नेतृत्व : भगत सिंह, सुखदेव, राजगुरु जैसे क्रांतिकारियों के साथ मिलकर संगठन का नेतृत्व
प्रमुख क्रांतिकारी गतिविधियाँ
- काकोरी कांड (1925) : क्रांतिकारी गतिविधियों के लिए धन जुटाने हेतु ट्रेन लूट
- सांडर्स हत्या (1928) : लाला लाजपत राय की मृत्यु का बदला लेने के लिए लाहौर में
- असेंबली बम कांड (1929) : भगत सिंह के साथ केंद्रीय विधानसभा में बम विस्फोट, ब्रिटिश नीतियों के खिलाफ प्रदर्शन
विचारधारा एवं दृष्टिकोण
- पूर्ण स्वराज : सशस्त्र क्रांति के माध्यम से पूर्ण स्वतंत्रता की मांग
- नारा : ‘दुश्मन की गोलियों का हम सामना करेंगे, आजाद ही रहे हैं, आजाद ही रहेंगे’
- गांधीवादी असहयोग के विपरीत सशस्त्र संघर्ष में विश्वास
प्रमुख विशेषताएँ
- साहस : कभी गिरफ्तारी न देना, हमेशा स्वतंत्र रहने की कसम।
- संगठन : HSRA को मजबूत करने और युवाओं को क्रांति के लिए प्रेरित करने में महत्वपूर्ण भूमिका
- गोपनीयता : ब्रिटिश पुलिस से बचने के लिए छद्म नाम और पहचान का उपयोग
अल्फ्रेड पार्क घटना और बलिदान
- तिथि : 27 फरवरी, 1931 को इलाहाबाद का अल्फ्रेड पार्क
- घटना : पुलिस घेराबंदी में अकेले मुकाबला, अंतिम गोली स्वयं को मारने के लिए बचाई
- बलिदान : गिरफ्तारी से बचने के लिए 24 वर्ष की आयु में आत्मबलिदान
विरासत
- प्रेरणा : स्वतंत्रता संग्राम में युवाओं के लिए प्रतीक
- प्रभाव : भगत सिंह एवं अन्य क्रांतिकारियों पर गहरा प्रभाव
- सम्मान : ‘आजाद’ के नाम से भारतीय स्वतंत्रता संग्राम में अमर