New
GS Foundation (P+M) - Delhi : 05th Jan., 2026 Winter Sale offer UPTO 75% + 10% Off GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 15th Dec., 11:00 AM Winter Sale offer UPTO 75% + 10% Off GS Foundation (P+M) - Delhi : 05th Jan., 2026 GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 15th Dec., 11:00 AM

 ऑल इंडिया रेडियो (AIR) के नाम में परिवर्तन 

प्रारम्भिक परीक्षा: ऑल इंडिया रेडियो (AIR)
मुख्य परीक्षा: सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 3 - बुनियादी संरचना, ऊर्जा, बंदरगाह, सड़कें, हवाई अड्डे, रेलवे। 

सुर्खियों में क्यों ?

  • हाल ही में, केंद्र सरकार ने “ऑल इंडिया रेडियो (AIR)” का नाम परिवर्तित कर “आकाशवाणी” कर दिया है। 

ऑल इंडिया रेडियो(AIR)

 all-india-radio

  • भारत में रेडियो प्रसारण सर्वप्रथम वर्ष 1923 में रेडियो क्लब ऑफ बॉम्बे द्वारा भेजे गए पहले व्यावसायिक प्रसारण के साथ शुरू हुआ। 
  • केन्द्रीय स्तर पर प्रसारण सेवा के लिए वर्ष 1927 में, इंडियन ब्रॉडकास्टिंग कंपनी (IBC) और राज्यस्तरीय प्रसारण सेवा के लिए वर्ष 1930 में, इंडियन स्टेट ब्रॉडकास्टिंग सर्विस (ISBS) की स्थापना की गई।
  • वर्ष 1936 में, ISBS का नाम बदलकर ऑल इंडिया रेडियो (AIR) कर दिया गया।
  • वर्ष 1942 में, ऑल इंडिया रेडियो ने भारत के केवल दो प्रतिशत भूमि क्षेत्र को कवर किया और 11 प्रतिशत जनसंख्या तक पहुँच कायम की।
  • वर्तमान में, ऑल इंडिया रेडियो के पास 262 से अधिक रेडियो स्टेशनों का नेटवर्क है, जो भारत के 92% क्षेत्र के साथ लगभग पूरी आबादी को कवर करता है।
  • यह 23 भाषाओं और 146 बोलियों में प्रसारण करता है। 
  • इसका एक विदेश सेवा प्रभाग भी है, यह 11 भारतीय और 16 विदेशी भाषाओं में प्रसारण करता है, जो 100 से अधिक देशों तक पहुंचता है।
  • ऑल इंडिया रेडियो के एक भाग के रूप में FM प्रसारण 1977 में चेन्नई में शुरू हुआ और आज आकाशवाणी के पास 18 FM स्टीरियो चैनल हैं।

नाम क्यों बदला गया ?

  • ऑल इंडिया रेडियो को विशेष रूप से आकाशवाणी के रूप में संदर्भित करने का आदेश संसद द्वारा पारित प्रसार भारती अधिनियम, 1990 के प्रावधानों के अनुरूप है।
  • श्रोताओं का आकाशवाणी से अधिक जुड़ाव होना भी इसके नाम में परिवर्तन का एक कारण है।

ऑल इंडिया रेडियो का महत्व

  • ऑल इंडिया रेडियो ने टेलीविजन या डिजिटल मीडिया के आगमन से पहले, भारत के इतिहास की महत्वपूर्ण घटनाओं को संप्रेषित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
  • वर्ष 1947 में जवाहरलाल नेहरू के प्रतिष्ठित "ट्रिस्ट विद डेस्टिनी" भाषण और वर्ष 1983 में कपिल देव की ऐतिहासिक 175 रनों की पारी का प्रसारण कर ऑल इंडिया रेडियो की महत्त्वपूर्ण भूमिका रही है।
  • आकाशवाणी जिंगल, कई भारतीयों के लिए पुरानी यादों और बीते युग की यादों को ताजा करता है, वे भोर में जिंगल की आवाज से जागते हैं और आकाशवाणी प्रोग्रामिंग के साथ अपने दिन की शुरुआत करते हैं।
« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR