चर्चा में क्यों?
कोलंबिया और उज़्बेकिस्तान 17वें ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से ठीक पहले न्यू डेवलपमेंट बैंक (एनडीबी) में आधिकारिक रूप से शामिल हो गए हैं।

प्रमुख बिंदु:
- इस फैसले के बाद न्यू डेवलपमेंट बैंक के सदस्य देशों की संख्या अब 11 हो गई है।
- यह घोषणा बैंक की 10वीं निदेशक मंडल की बैठक के बाद की गई।
- बैंक का उद्देश्य उभरते देशों में विकास और प्रगति को आगे बढ़ाना है।
एनडीबी अध्यक्ष डिल्मा रूसेफ का बयान
- एनडीबी की अध्यक्ष डिल्मा रूसेफ ने बताया कि बैंक भविष्य में वैश्विक दक्षिण के देशों को चौथी औद्योगिक क्रांति से जुड़े डिजिटल बदलाव और नई तकनीकों से निपटने में मदद करेगा।
- उन्होंने कहा कि बैंक का फोकस विकासशील देशों में नवाचार, विज्ञान और प्रौद्योगिकी को बढ़ावा देना है।
- एनडीबी अब तक 120 से अधिक परियोजनाओं को समर्थन दे चुका है,जिनमें स्वच्छ ऊर्जा, परिवहन, पर्यावरण, जल-स्वच्छता और डिजिटल ढाँचा शामिल हैं।
न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) के बारे में
- न्यू डेवलपमेंट बैंक (NDB) एक बहुपक्षीय विकास बैंक है।
- इसकी स्थापना ब्रिक्स देशों (ब्राज़ील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका) द्वारा वर्ष 2014 में की गई थी।
- इसका उद्देश्य सदस्य देशों में बुनियादी ढांचे और सतत विकास परियोजनाओं को वित्तीय सहायता प्रदान करना है।
- मुख्यालय: शंघाई, चीन
प्रमुख उद्देश्य:
- विकासशील और उभरती अर्थव्यवस्थाओं में बुनियादी ढांचे को मज़बूत बनाना
- सतत विकास लक्ष्यों को बढ़ावा देना
- वैकल्पिक वित्तीय संस्थान के रूप में काम करना (विश्व बैंक व IMF के समानांतर)
प्रारंभिक सदस्य देश:
- ब्राज़ील
- रूस
- भारत
- चीन
- दक्षिण अफ्रीका
नई सदस्यताएँ (2021 के बाद):
- बांग्लादेश
- मिस्र
- संयुक्त अरब अमीरात (UAE)
- उरुग्वे
- कोलंबिया
- उज्बेकिस्तान
- इसके साथ अब कुल सदस्य देशों की संख्या 11 हो गई है।
प्रश्न. कोलंबिया और उज़्बेकिस्तान के शामिल होने के बाद एनडीबी के सदस्य देशों की कुल संख्या क्या हो गई है?
(a) 9
(b) 10
(c) 11
(d) 12
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