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आंगनवाड़ी के लिए पाठ्यक्रम की रूपरेखा

संदर्भ

केंद्र सरकार ने पहली बार तीन से छह वर्ष की आयु के बच्चों को पढ़ाए जाने के लिए अनुशंसित पाठ्यक्रम जारी किया है, जिससे देश भर में 14 लाख आंगनवाड़ियों में प्री-स्कूल शिक्षा को बढ़ावा मिलेगा।

पाठ्यक्रम की रूपरेखा के बारे में 

  • महिला एवं बाल विकास मंत्रालय (MWCD) ने राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 और राष्ट्रीय पाठ्यचर्या रूपरेखा की तर्ज पर 'आधारशिला' शीर्षक से प्रारंभिक बाल्यावस्था देखभाल एवं शिक्षा 2024 के लिए राष्ट्रीय पाठ्यचर्या जारी की है।
  • आधारशिला एक विस्तृत 48-सप्ताह का पाठ्यक्रम है, जो आंगनवाड़ियों में तीन से छह वर्ष की आयु के बच्चों के लिए है। 
  • भारत में 14 लाख आंगनवाड़ी हैं, जो गर्भवती माताओं व बच्चों की स्वास्थ्य और पोषण संबंधी ज़रूरतों के लिए गांवों में नोडल पॉइंट के रूप में काम करती हैं। महिला एवं बाल विकास मंत्रालय ने शिक्षा मंत्रालय के साथ मिलकर यह परिकल्पना की है कि इन आंगनवाड़ियों को प्री-स्कूल के रूप में भी काम करना चाहिए, जहाँ बच्चों को बुनियादी शिक्षा दी जाए, जिससे उनकी साक्षरता और संख्यात्मकता की बुनियादी अवधारणाएँ मज़बूत हों। 

पाठ्यक्रम लागू करने के लाभ 

  • लगभग पांच वर्षों तक प्राथमिक कक्षाओं तक 42,000 भारतीय बच्चों पर किए गए शोध से पता चला है कि जिन बच्चों को बचपन में ही शिक्षा मिल गई है, उनका स्कूल में बेहतर प्रदर्शन होने की संभावना है
  • वे अपने उन साथियों की तुलना में, जिन्हें छह वर्ष की आयु से पहले कोई औपचारिक शिक्षा नहीं मिली है, मनोवैज्ञानिक रूप से भी बेहतर अनुकूलित होते हैं।
  • यह पाठ्यक्रम सुनने के कौशल, शब्दावली निर्माण, कल्पना को बढ़ावा देने, वर्णन, निर्देशों का पालन करने, रचनात्मकता, सामाजिक विकास, आत्म-अभिव्यक्ति और आत्म-सम्मान विकसित करने में मदद करता है, जो बच्चे को कक्षा 1 में आसानी से प्रवेश करने में मदद करेगा।
  • पिछले साल मई में महिला एवं बाल विकास मंत्रालय द्वारा 'पोषण भी, पढाई भी' योजना के तहत प्रारंभिक बाल्यावस्था शिक्षा प्रदान करने की दिशा में आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं का प्रशिक्षण शुरू किया गया था और यह पाठ्यक्रम दस्तावेज अब चल रहे प्रशिक्षणों का एक हिस्सा बन जाएगा, जो आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को प्री-स्कूल प्रशिक्षक बनने में मदद करेगा
    • अब तक 32 राज्यों के 329 जिलों में 6,758 आंगनवाड़ी कार्यकर्ताओं को राज्य स्तरीय मास्टर प्रशिक्षक के रूप में 'पोषण भी, पढ़ाई भी' कार्यक्रम के तहत प्रशिक्षित किया जा चुका है। 

कैलेंडर चलाना

  • पाठ्यक्रम में चार सप्ताह की शुरूआत के साथ एक साप्ताहिक आधारित खेल कैलेंडर शामिल है, जिसमें शैक्षणिक गतिविधियाँ शामिल हैं जो बच्चों को मज़ेदार और मुफ़्त खेल में शामिल करके घर से आंगनवाड़ी केंद्र में स्थानांतरित करने में मदद करती हैं। 
  • अगले 36 सप्ताह अन्वेषण, मुफ़्त खेल, बातचीत, सृजन और प्रशंसा, चिंतन में व्यतीत होते हैं जिसमें कहानी सुनाना, कविताएँ गाना, कला और शिल्प आदि सहित विभिन्न गतिविधियाँ शामिल हैं।  
  • अंतिम आठ सप्ताह कार्यपत्रों और बच्चों के प्रदर्शन के अवलोकन के साथ पिछले सप्ताह की सीख को दोहराने और सुदृढ़ करने में व्यतीत होते हैं। 
  • गतिविधियों और समय सारणी को आयु के अनुसार विभाजित किया गया है, जिसमें आवश्यक सामग्री की विस्तृत आवश्यकता, आयु-उपयुक्त विनिर्देश, भिन्नता, शिक्षक के लिए नोट्स, लक्षित पाठ्यचर्या लक्ष्य और बच्चों द्वारा प्राप्त की जाने वाली योग्यता तथा बच्चों की रुचि का अवलोकन शामिल है। 
  • तीन से छह साल की उम्र के बच्चे आंगनवाड़ी में आते हैं, जिसमें मिश्रित भीड़ होती है। पाठ्यक्रम का लक्ष्य तीन साल की अवधि में कम से कम 48 सप्ताह की शिक्षा देना है। 

 राज्यों के लिए आधार

तीन से छह वर्ष की अवधि का राष्ट्रीय ढांचा राज्यों के लिए अपने स्वयं के सांस्कृतिक रूप से उपयुक्त पाठ्यक्रम विकसित करने के लिए आधार का काम करेगा, जिसे बच्चों की स्कूली चुनौतियों से निपटने के समाधान प्राप्त होगा

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