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जीनोम अनुक्रमण और जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट

प्रारंभिक परीक्षा के लिए - जीनोम अनुक्रमण, जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट, मानव जीनोम परियोजना, अर्थ बायोजीनोम प्रोजेक्ट
मुख्य परीक्षा के लिए : सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र 3 - जैव प्रौद्योगिकी

सन्दर्भ 

  • हाल ही में, जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा कहा गया, कि जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट के तहत 10,000 भारतीय मानव जीनोम को अनुक्रमित करने और एक डेटाबेस बनाने की प्रक्रिया लगभग दो-तिहाई पूरी हो गई है। 
  • अब तक लगभग 7,000 भारतीय जीनोम को अनुक्रमित किया जा चुका है, जिनमें से 3,000 शोधकर्ताओं द्वारा सार्वजनिक उपयोग के लिए उपलब्ध हैं।

जीनोम अनुक्रमण

  • जीनोम, किसी जीव के डीएनए का पूरा सेट होता है, जिसमें उसके सभी जीन शामिल होते हैं। 
  • जीनोम अनुक्रमण, किसी जीव के जीनोम के पूर्ण डीएनए अनुक्रम को निर्धारित करने की प्रक्रिया है।
  • जीनोम अनुक्रमण में किसी जीव के DNA के भीतर न्यूक्लियोटाइड के क्रम का पता लगाया जाता है।
    • इसके अंतर्गत DNA में मौज़ूद चारों क्षार - एडानीन (A), ग्वानीन (G), साइटोसीन (C) और थायमीन (T) के क्रम का आकलन किया जाता है।

genome

जीनोम अनुक्रमण के लाभ 

  • जीनोम अनुक्रमण का उपयोग, किसी जीव या वायरस में पाए जाने वाले जेनेटिक मटेरियल को समझने के लिए किया जाता है। 
  • जीनोम अनुक्रमण, उन जेनेटिक वेरिएंट्स के बारे में जानकारी प्रदान करता है जो रोग का कारण बन सकते हैं या रोग के जोखिम को बढ़ा सकते हैं।
  • जीनोम अनुक्रमण लोगों में पाये जाने वाले रोगों के लक्षणों और उनके प्रकार को समझने में भी सहायता करता है। 
  • जीनोम अनुक्रमण के माध्यम से उत्पन्न ज्ञान, निदान और संभावित चिकित्सीय टीकों को विकसित करने में सहायता करता है।
  • जीनोम अनुक्रमण, यह अध्ययन करने में मदद करता है कि क्या अब तक विकसित टीके वायरस के ऐसे उत्परिवर्ती उपभेदों के खिलाफ प्रभावी हैं और क्या पुन: संक्रमण और संचरण को रोक सकते हैं। 
  • दवाओं की प्रभावशीलता या नशीली दवाओं के उपयोग के नकारात्मक प्रभावों के बारे में जानने की क्षमता जीनोम अनुक्रमण का एक और लाभ है।

जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट

  • जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट, जैव प्रौद्योगिकी विभाग द्वारा स्वीकृत एक जीन मैपिंग परियोजना है।
  • इसे भारतीय आबादी के बीच आनुवंशिक भिन्नताओं का एक व्यापक डेटाबेस बनाने के लक्ष्य के साथ शुरू किया गया।
  • इस परियोजना का उद्देश्य, देश के विभिन्न क्षेत्रों के 10,000 से अधिक भारतीयों के जीनोम को अनुक्रमित करना और भारतीय आबादी के लिए एक संदर्भ जीनोम स्थापित करना है।
  • यह भारत में वर्तमान में बढ़ रही पुरानी बीमारियों जैसे- मधुमेह, उच्च रक्तचाप, हृदय रोग, न्यूरोडीजेनेरेटिव विकार और कैंसर के आनुवंशिक आधारों को जानने में मदद करेगा।

जीनोम इंडिया प्रोजेक्ट का महत्व 

  • भारत की 1.3 अरब आबादी में लगभग 4,600 से अधिक जनसंख्या समूह शामिल हैं, जिनमें से कई अंतर्विवाही हैं। 
  • इस प्रकार, भारतीय आबादी अलग-अलग विविधताओं को आश्रय देती है, इनमें से कुछ समूहों के भीतर बीमारी पैदा करने वाले उत्परिवर्तन अक्सर बढ़ जाते हैं। 
  • भारतीय विज्ञान संस्थान (IISc) के अनुसार, दुनिया की अन्य आबादी से जनसंख्या-आधारित या रोग-आधारित मानव आनुवंशिकी अनुसंधान के निष्कर्षों को भारतीयों पर लागू नहीं किया जा सकता है। 
  • भारतीय जीनोम का एक डेटाबेस बनाने से शोधकर्ताओं को भारत के जनसंख्या समूहों के लिए अद्वितीय आनुवंशिक रूपों के बारे में जानने और दवाओं और उपचारों को अनुकूलित करने के लिए इसका उपयोग करने की अनुमति मिलती है। 

मानव जीनोम परियोजना

  • मानव जीनोम परियोजना एक सार्वजनिक रूप से वित्तपोषित अंतर्राष्ट्रीय सहयोगी अनुसंधान परियोजना है। 
  • इसे औपचारिक रूप से वर्ष 1990 में शुरू किया गया था, और 2003 में यह परियोजना पूर्ण हुई।
  • इसका उद्देश्य, मानव डीएनए बनाने वाले रासायनिक आधार जोड़े के अनुक्रम का निर्धारण करना, और मानव जीनोम के सभी जीनों की पहचान और मानचित्रण करना है।

अर्थ बायोजीनोम प्रोजेक्ट

  • यह एक वैश्विक प्रयास है, जिसके तहत पृथ्वी पर पाए जाने वाले सभी पादपों, वन्य जीवों, कवक तथा अन्य सूक्ष्म जीवों की डी.एन.ए. मैपिंग की जाती है। इसे वर्ष 2018 में प्रारंभ किया गया था।
  • इसमें 10 वर्षों में 1.8 मिलियन ज्ञात प्रजातियों की डी.एन.ए. मैपिंग तथा वर्ष 2022 तक लगभग 3000 प्रजातियों के आनुवंशिक अनुक्रमण (Genome sequencing) का लक्ष्य रखा गया है।
  • आनुवंशिक अनुक्रमण से जैव विविधता की क्षति को कम करने, खाद्य फसलों को जलवायु परिवर्तन के अनुकूल बनाने तथा एक-कोशिकीय जीवों के अनुक्रमण में मदद मिलेगी।
  • विभिन्न रिपोर्टों में, जलवायु परिवर्तन और वैश्विक तापन के कारण इस शताब्दी के अंत तक लगभग 50% जैव विविधता के क्षरण का अनुमान व्यक्त किया गया है। अतः वन्य जीवों एवं वनस्पतियों के डी.एन.ए. अनुक्रमण की डिजिटल लाइब्रेरी आवश्यक है।
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