New
GS Foundation (P+M) - Delhi : 05th Jan., 2026 Winter Sale offer UPTO 75% + 10% Off, Valid Till : 5th Dec., 2025 GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 15th Dec., 11:00 AM Winter Sale offer UPTO 75% + 10% Off, Valid Till : 5th Dec., 2025 GS Foundation (P+M) - Delhi : 05th Jan., 2026 GS Foundation (P+M) - Prayagraj : 15th Dec., 11:00 AM

भारत की मेज़बानी में यूनेस्को का 20वां ICH सत्र

चर्चा में क्यों ?

भारत 8 से 13 दिसंबर 2025 तक नई दिल्ली में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा के लिए यूनेस्को अंतर-सरकारी समिति के 20वें सत्र की मेज़बानी करेगा।

प्रमुख बिन्दु:

  • इस ऐतिहासिक आयोजन का स्थल लाल किला होगा, जो अपनी मूर्त और अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के प्रतीक के रूप में पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है। 
  • यह पहली बार है जब भारत इस समिति का आयोजन कर रहा है। 
  • इस सत्र की अध्यक्षता यूनेस्को में भारत के स्थायी प्रतिनिधि महामहिम विशाल वी. शर्मा करेंगे।
  • इस आयोजन का समय विशेष महत्व रखता है, 
    • क्योंकि यह 2003 कन्वेंशन के भारत द्वारा अनुसमर्थन की बीसवीं वर्षगांठ के अवसर पर आयोजित हो रहा है,जो देश की जीवंत सांस्कृतिक परंपराओं के संरक्षण के प्रति निरंतर प्रतिबद्धता को दर्शाता है।

क्या है अमूर्त सांस्कृतिक विरासत ?

  • यूनेस्को के अनुसार, अमूर्त सांस्कृतिक विरासत (ICH) में वे प्रथाएँ, ज्ञान, अभिव्यक्तियाँ, वस्तुएँ और स्थान शामिल हैं, जिन्हें समुदाय अपनी सांस्कृतिक पहचान का हिस्सा मानते हैं। 
  • यह विरासत पीढ़ियों से विकसित होती आई है, समय के साथ सामाजिक और सांस्कृतिक पहचान को मज़बूत करती है और विविधता की सराहना बढ़ाती है।

ऐतिहासिक पृष्ठभूमि

  • 2003 में पेरिस में अपनाए गए यूनेस्को 2003 कन्वेंशन ने वैश्विक स्तर पर अमूर्त सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा और संरक्षण के लिए मार्ग प्रशस्त किया। 
  • इसके अंतर्गत सामुदायिक भागीदारी, संरक्षण, दस्तावेज़ीकरण और युवा पीढ़ी में जागरूकता जैसे महत्वपूर्ण पहलुओं पर ज़ोर दिया गया।

अंतर-सरकारी समिति के कार्य

  • आईसीएच समिति का मुख्य कार्य 2003 कन्वेंशन के उद्देश्यों को बढ़ावा देना और सदस्य देशों में प्रभावी कार्यान्वयन सुनिश्चित करना है।
  • इसके प्रमुख कार्य हैं:
    • अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के लिए सर्वोत्तम प्रथाओं का मार्गदर्शन।
    • कोष के लिए संसाधन जुटाना और उपयोग की निगरानी।
    • सदस्य देशों द्वारा प्रस्तुत रिपोर्टों का मूल्यांकन और सारांश तैयार करना।
    • यूनेस्को ICH सूचियों में तत्वों का अंकन और अंतर्राष्ट्रीय सहायता प्रदान करना।

भारत की मेज़बानी: प्रमुख उद्देश्य

  • भारत इस सत्र के माध्यम से:
    • अपने राष्ट्रीय ICH सुरक्षा मॉडल को साझा करेगा।
    • अंतरराष्ट्रीय सहयोग, क्षमता निर्माण और संसाधन साझा करने को बढ़ावा देगा।
    • स्थानीय शिल्प, क्षेत्रीय त्योहार और कम ज्ञात परंपराओं को वैश्विक दृश्यता देगा।
    • युवाओं और भावी पीढ़ियों में अमूर्त सांस्कृतिक विरासत के प्रति जागरूकता बढ़ाएगा।
    • सांस्कृतिक कूटनीति और भारत की सॉफ्ट पावर को वैश्विक स्तर पर प्रदर्शित करेगा।

भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत: राष्ट्रीय और वैश्विक संपत्ति

  • भारत की अमूर्त सांस्कृतिक विरासत:
    • सामाजिक एवं सांस्कृतिक पहचान को मज़बूत बनाती है।
    • आजीविका और शिल्प अर्थव्यवस्था में योगदान करती है।
    • शिक्षा और ज्ञान के प्रसार में सहायक है।
    • सांस्कृतिक कूटनीति और सॉफ्ट पावर को बढ़ावा देती है।
    • वैश्विक स्तर पर विरासत शासन और नेतृत्वकारी भूमिका को मजबूत करती है।

भारत की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर:  

  • भारत की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरों की सूची में अब तक 15 तत्व शामिल हैं, जिन्हें यूनेस्को ने मानवता की अमूर्त सांस्कृतिक धरोहरों की प्रतिनिधि सूची में दर्ज किया है।
  •  यह सूची भारत की सांस्कृतिक विविधता और समृद्ध परंपराओं का सम्मान करती है।

क्रमांक

अमूर्त सांस्कृतिक धरोहर

वर्ष (यूनेस्को मान्यता)

राज्य/क्षेत्र

संक्षिप्त विवरण

1

वैदिक मंत्रोच्चारण की परंपरा

2008

संपूर्ण भारत

वेदों के मंत्रों का गायन, जिसे ज्ञान का प्राचीन स्रोत माना जाता है।

2

रामलीला, रामायण का पारंपरिक प्रदर्शन

2008

उत्तर भारत

उत्तर भारत में दशहरा के दौरान रामायण के दृश्यों का मंचन।

3

कुटियाट्टम, संस्कृत रंगमंच

2008

केरल

केरल का एक प्राचीन नाट्य रूप जो मंदिरों में किया जाता है।

4

रम्माण, गढ़वाल हिमालय का धार्मिक त्योहार और अनुष्ठान रंगमंच

2009

उत्तराखंड (गढ़वाल क्षेत्र)

उत्तराखंड के गढ़वाल क्षेत्र का एक धार्मिक उत्सव जिसमें जटिल अनुष्ठान शामिल हैं।

5

छऊ नृत्य

2010

पूर्वी भारत (सरायकेला, पुरुलिया, मयूरभंज)

पूर्वी भारत का एक पारंपरिक नृत्य जिसमें मार्शल आर्ट, लोककथाएं और धार्मिक कथाएं शामिल हैं। इसकी तीन शैलियाँ हैं।

6

राजस्थान के कालबेलिया लोक गीत और नृत्य

2010

राजस्थान

राजस्थान के कालबेलिया समुदाय की पारंपरिक जीवन शैली की अभिव्यक्ति।

7

मुदियेट्टू, केरल का अनुष्ठान रंगमंच और नृत्य नाटक

2010

केरल

केरल का एक अनुष्ठान नृत्य जो देवी काली और राक्षस दारिका के बीच युद्ध की कहानी कहता है।

8

लद्दाख का बौद्ध जप: ट्रांस-हिमालयी लद्दाख क्षेत्र, जम्मू और कश्मीर, भारत में पवित्र बौद्ध ग्रंथों का पाठ

2012

लद्दाख (जम्मू और कश्मीर)

लद्दाख के मठों और गांवों में बौद्ध लामाओं द्वारा पवित्र ग्रंथों का गायन।

9

मणिपुर का संकीर्तन, अनुष्ठान गायन, ढोल वादन और नृत्य

2013

मणिपुर

मणिपुर के वैष्णव समुदाय में धार्मिक अवसरों पर किया जाने वाला कला रूप।

10

पंजाब के जंडियाला गुरु के ठठेरों के बीच बर्तन बनाने की पारंपरिक पीतल और तांबे की कारीगरी

2014

पंजाब (जंडियाला गुरु)

पंजाब के ठठेरा समुदाय द्वारा पीतल और तांबे के बर्तन बनाने की पारंपरिक तकनीक।

11

नवरोज़

2016

मुख्य रूप से पारसी समुदाय (संपूर्ण भारत)

फ़ारसी नव वर्ष का उत्सव, जो भारत में मुख्य रूप से पारसी समुदाय द्वारा मनाया जाता है।

12

योग

2016

संपूर्ण भारत

प्राचीन भारतीय शारीरिक, मानसिक और आध्यात्मिक अभ्यास।

13

कुंभ मेला

2017

हरिद्वार, प्रयागराज, नासिक, उज्जैन

भारत में चार अलग-अलग स्थानों पर बारी-बारी से आयोजित होने वाला एक विशाल धार्मिक समागम।

14

कोलकाता में दुर्गा पूजा

2021

पश्चिम बंगाल (कोलकाता)

पश्चिम बंगाल में देवी दुर्गा की दस दिवसीय वार्षिक पूजा।

15

गुजरात का गरबा

2023

गुजरात

नवरात्रि के दौरान किया जाने वाला एक पारंपरिक नृत्य रूप।

संयुक्त राष्ट्र शैक्षिक, वैज्ञानिक एवं सांस्कृतिक संगठन (यूनेस्को):

  • यह संयुक्त राष्ट्र की एक विशिष्ट एजेंसी है, जिसका उद्देश्य शिक्षा, विज्ञान, संस्कृति, संचार और सूचना के क्षेत्र में अंतरराष्ट्रीय सहयोग को बढ़ावा देना है, ताकि शांति और सतत विकास को मजबूत किया जा सके।

स्थापना

तथ्य

विवरण

स्थापना वर्ष

16 नवंबर 1945

गठन की संधि

UNESCO Constitution

मुख्यालय

पेरिस, फ्रांस

भारत की सदस्यता

4 नवंबर 1946 (स्थापक सदस्‍यों में शामिल)

मुख्य उद्देश्य:

  • शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति के विकास को बढ़ावा देना
  • वैश्विक शांति, मानवाधिकार और सहिष्णुता को मजबूत करना
  • विश्व धरोहर (World Heritage) की सुरक्षा और प्रचार
  • अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता और मीडिया विकास का समर्थन
  • तकनीक एवं वैज्ञानिक सहयोग को प्रोत्साहन

यूनेस्को के प्रमुख कार्यक्रम:

  • विश्व धरोहर कार्यक्रम (World Heritage Sites)
    • मूर्त सांस्कृतिक और प्राकृतिक विरासत संरक्षण
  • अमूर्त सांस्कृतिक विरासत कार्यक्रम (ICH)
    • परंपराएँ, लोककला, अनुष्ठान और सामुदायिक ज्ञान का संरक्षण
  • MAB Programme (Man and Biosphere Programme)
    • बायोस्फीयर रिज़र्व नेटवर्क का विकास
  • Global Education Initiatives
    • शिक्षा का अधिकार, साक्षरता, Global Citizenship Education आदि
  • IOC – Intergovernmental Oceanographic Commission
    • समुद्री विज्ञान में सहयोग

यूनेस्को की प्रमुख सूचियाँ

सूची का नाम

क्या दर्ज होता है?

World Heritage List

सांस्कृतिक + प्राकृतिक धरोहर

ICH Representative List

अमूर्त सांस्कृतिक विरासत तत्व

Memory of the World

ऐतिहासिक दस्तावेज़/पांडुलिपियाँ

Global Geoparks

भूवैज्ञानिक विरासत क्षेत्र

सदस्य: वर्तमान में 190+ सदस्य देश (भारत सहित)

प्रश्न. यूनेस्को का मुख्यालय कहाँ स्थित है ?

(a) न्यूयॉर्क

(b) वियना

(c) पेरिस

(d) जिनेवा

« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR