New
The Biggest Summer Sale UPTO 75% Off, Offer Valid Till : 31 May 2025 New Batch for GS Foundation (P+M) - Delhi & Prayagraj, Starting from 2nd Week of June. The Biggest Summer Sale UPTO 75% Off, Offer Valid Till : 31 May 2025 New Batch for GS Foundation (P+M) - Delhi & Prayagraj, Starting from 2nd Week of June.

भारतीय अंतरिक्ष नीति, 2023 

प्रारम्भिक परीक्षा - भारतीय अंतरिक्ष नीति 2023, इसरो
मुख्य परीक्षा : सामान्य अध्ययन प्रश्न पत्र 2, सामान्य अध्ययन प्रश्नप्रत्र-3 – अंतरिक्ष, सरकारी नीतियों और विभिन्न क्षेत्रों में विकास के लिये हस्तक्षेप और उनके अभिकल्पन तथा कार्यान्वयन के कारण उत्पन्न विषय

सुर्खियों में क्यों ?

  • हाल ही में, केंद्र सरकार द्वारा भारतीय अंतरिक्ष नीति, 2023 को मंजूरी प्रदान की गयी।

भारतीय अंतरिक्ष नीति, 2023

उद्देश्य 

  • अंतरिक्ष विभाग की भूमिका को बढ़ाना। 
  • इसरो मिशन की गतिविधियों को बढ़ावा देना। 
  • अनुसंधान, शिक्षा, स्टार्टअप और उद्योग के माध्यम से भागीदारी को प्रोत्साहित करना।

मुख्य विशेषताएं

(1) भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को रेखांकित करना

  • भारतीय अंतरिक्ष नीति, 2023 अंतरिक्ष क्षेत्र में विभिन्न संगठनों की भूमिकाओं और जिम्मेदारियों को रेखांकित करती है।
  • इस नीति में इसरो, न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड और निजी क्षेत्र की संस्थाओं की जिम्मेदारियां शामिल हैं।
  • न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) द्वारा अंतरिक्ष क्षेत्र से संबंधित रणनीतिक गतिविधियों को अंजाम दिया जाएगा, जो मांग-संचालित मोड में कार्य करेगा।
  • इसरो अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए कोई परिचालन और उत्पादन कार्य नहीं करेगा और अपनी ऊर्जा को नई तकनीकों, नई प्रणालियों और अनुसंधान और विकास के विकास पर केंद्रित करेगा।
  • इसरो के मिशनों के परिचालन भाग को न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) में स्थानांतरित कर दिया जाएगा, जो अंतरिक्ष विभाग के तहत एक सार्वजनिक क्षेत्र का उपक्रम है।
  • भूमिकाओं में यह स्पष्टता स्थापित घटकों के कुशल कामकाज में मदद करेगी।

(2) मल्टीस्टेकहोल्डर भागीदारी

  • नीति का उद्देश्य अंतरिक्ष विभाग की भूमिका को बढ़ाकर और अनुसंधान, शिक्षा, स्टार्टअप और उद्योग से भागीदारी को प्रोत्साहित करके अंतरिक्ष क्षेत्र में विकास को बढ़ावा देना है।
  • इससे अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास में मदद मिलेगी और निजी क्षेत्र के लिए अधिक अवसर पैदा होंगे।

(3) इसरो मिशन को बढ़ावा देना

  • भारतीय अंतरिक्ष नीति, 2023 का उद्देश्य इसरो मिशन की गतिविधियों को बढ़ावा देना है।
  • इससे इसरो को अपने उद्देश्यों को अधिक कुशलतापूर्वक और प्रभावी ढंग से प्राप्त करने में मदद मिलेगी।
  • यह नई प्रौद्योगिकियों और अभिनव समाधान के विकास में भी मदद करेगा। 

(4) निजी क्षेत्र की भागीदारी

  • यह नीति, अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास में निजी क्षेत्र के महत्व पर बल देती है।
  • यह अंतरिक्ष क्षेत्र के विभिन्न पहलुओं में निजी क्षेत्र की संस्थाओं की भागीदारी को प्रोत्साहित करती है।
  • यह निजी क्षेत्र को एंड-टू-एंड अंतरिक्ष गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति देती है, जिसमें उपग्रह, रॉकेट और लॉन्च वाहन, डेटा संग्रह और प्रसार शामिल हैं। 
  • इससे निजी क्षेत्र के लिए अधिक अवसर उत्पन्न होंगे और इससे भारतीय अंतरिक्ष उद्योग के विकास में मदद मिलेगी।

(5) अनुसंधान और विकास

  • नीति का उद्देश्य अंतरिक्ष क्षेत्र के विकास में अनुसंधान, शिक्षा और स्टार्टअप को शामिल करना है।
  • इससे नई तकनीकों, नवोन्मेषी समाधानों और टैलेंट पूल के विकास में मदद मिलेगी।
  • यह भारतीय अंतरिक्ष उद्योग के विकास में भी मदद करेगा और इस क्षेत्र में अनुसंधान और विकास के अधिक अवसर उत्पन्न होंगे।

इसरो

ISRO

  • भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) भारत की अंतरिक्ष एजेंसी है।
  • इसरो का गठन 15 अगस्त, 1969 को किया गया था।
  • इसरो का मुख्य उद्देश्य विभिन्न राष्ट्रीय आवश्यकताओं के लिए अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी का विकास और अनुप्रयोग है।
  • इस उद्देश्य को पूरा करने के लिए, इसरो ने संचार, दूरदर्शन प्रसारण और मौसम संबंधी सेवाओं, अंतरिक्ष आधारित नौसंचालन सेवाओं के लिए प्रमुख अंतरिक्ष प्रणालियों की स्थापना की है। 
  • इसरो ने उपग्रहों को अपेक्षित कक्षाओं में स्थापित करने के लिए उपग्रह प्रक्षेपण यान, PSLV और GSLV विकसित किए हैं।
  • इसरो का मुख्यालय बेंगलूरु में स्थित है तथा इसकी गतिविधियाँ विभिन्न केंद्रों और इकाइयों में फैली हुई हैं।
    • विक्रम साराभाई अंतरिक्ष केंद्र, तिरुवनंतपुरम में प्रमोचक रॉकेट का निर्माण किया जाता है।
    • यू. आर. राव अंतरिक्ष केंद्र, बेंगलूरु में उपग्रहों की डिजाइन एवं विकास किया जाता है। 
    • सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र, श्रीहरिकोटा में उपग्रहों एवं प्रमोचक रॉकेटों का समेकन तथा प्रमोचन किया जाता है।
    • द्रव नोदन प्रणाली केंद्र, वलियमाला एवं बेंगलूरु में क्रायोजेनिक चरण के साथ द्रव चरणों का विकास किया जाता है।
    • अंतरिक्ष उपयोग केंद्र, अहमदाबाद में संचार एवं सुदूर संवेदन उपग्रहों के संवेदकों तथा अंतरिक्ष प्रौद्योगिकी के अनुप्रयोग से संबंधित पहलुओं पर कार्य किया जाता है।
    • राष्ट्रीय सुदूर संवेदन केंद्र, हैदराबाद में सुदूर संवेदन आँकड़ों का अभिग्रहण, प्रसंस्करण तथा प्रसारण किया जाता है।

इसरो के मिशन 

  • वर्ष 1980 में SLV-3 का सफल परीक्षण। 
  • वर्ष 1994 में ध्रुवीय उपग्रह प्रक्षेपण यान (PSLV) का सफल परीक्षण। 
  • वर्ष 2008 में चंद्रयान-1। 
  • वर्ष 2014 में मंगलयान। 
  • वर्ष 2017 में GSLV MK 3 का सफल परीक्षण।
  • वर्ष 2018 में नेवीगेशन उपग्रह IRNSS लॉन्च। 
  • वर्ष 2019 में चंद्रयान-2।

इसरो के भविष्य के मिशन

  • आदित्य-एल 1।
  • गगनयान।
  • चंद्रयान-3।
  • वर्ष 2030 तक अंतरिक्ष में भारत का अंतरिक्ष स्टेशन।

डेली अभ्यास प्रश्न 

प्रश्न - भारतीय अंतरिक्ष नीति 2023 के संदर्भ में, निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिये -

  1. नयी अंतरिक्ष नीति के अनुसार, इसरो अंतरिक्ष क्षेत्र के लिए कोई परिचालन और उत्पादन कार्य नहीं करेगा।
  2. इस नीति द्वारा इसरो के मिशनों के परिचालन भाग को न्यूस्पेस इंडिया लिमिटेड (NSIL) में स्थानांतरित कर दिया गया है।
  3. यह निजी क्षेत्र को एंड-टू-एंड अंतरिक्ष गतिविधियों में भाग लेने की अनुमति देती है, जिसमें उपग्रह, रॉकेट और लॉन्च वाहन, डेटा संग्रह और प्रसार शामिल हैं।

उपर्युक्त कथनों में से कौन-सा/से सही है/हैं?

(a) केवल 1 और 2

(b) केवल 2 और 3 

(c) केवल 3

(d) 1, 2 और 3

उत्तर – d

« »
  • SUN
  • MON
  • TUE
  • WED
  • THU
  • FRI
  • SAT
Have any Query?

Our support team will be happy to assist you!

OR