राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु ने 19 अगस्त, 2025 को राष्ट्रपति भवन में पूर्व राष्ट्रपति डॉ. शंकर दयाल शर्मा की जयंती पर पुष्पांजलि अर्पित की।
डॉ. शंकर दयाल शर्मा : जीवन परिचय
प्रारंभिक जीवन और शिक्षा
- जन्म और परिवार:
- इनका जन्म 19 अगस्त, 1918 को मध्य प्रदेश के भोपाल में 'दाई का मोहल्ला' में हुआ।
- उनके पिता पंडित खुशीलाल शर्मा एक प्रसिद्ध वैद्य थे और माता श्रीमती सुभद्रा देवी थीं।
- शिक्षा:
- प्रारंभिक शिक्षा भोपाल के दिगंबर जैन स्कूल में।
- सेंट जॉन्स कॉलेज (आगरा), इलाहाबाद विश्वविद्यालय व लखनऊ विश्वविद्यालय से पढ़ाई।
- हिंदी, अंग्रेजी एवं संस्कृत साहित्य में एम.ए.; लखनऊ विश्वविद्यालय से एल.एल.एम.।
- कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय से संवैधानिक कानून में पी.एच.डी.; लिंकन इन से बैरिस्टर-एट-लॉ; हार्वर्ड लॉ स्कूल में ब्रैंडिस फेलो।
- लखनऊ विश्वविद्यालय से समाज सेवा के लिए चक्रवर्ती स्वर्ण पदक; कैम्ब्रिज से मानद डॉक्टर ऑफ लॉ।
राजनीतिक और पेशेवर जीवन
- स्वतंत्रता संग्राम:
- वर्ष 1940 में 22 साल की उम्र में भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस में शामिल; भोपाल रियासत के भारत में विलय के लिए आंदोलन में हिस्सा, 8 महीने की जेल।
- शिक्षण और कानून:
- लखनऊ और कैम्ब्रिज विश्वविद्यालयों में कानून का अध्यापन।
- कैम्ब्रिज में टैगोर सोसाइटी और मजलिस के कोषाध्यक्ष; लिंकन इन में मानद बेंचर और मास्टर।
- राजनीतिक करियर:
- 1952-1956: भोपाल राज्य के पहले और एकमात्र मुख्यमंत्री।
- भोपाल राज्य को वर्ष 1724 में दोस्त मोहम्मद खान द्वारा स्थापित किया गया था, जो वर्ष 1949 में भारतीय संघ में विलय हो गया। यह वर्ष 1947 में स्वतंत्रता के बाद एक रियासत था और वर्ष 1956 में मध्य प्रदेश राज्य का हिस्सा बन गया।
- 1956-1971: मध्य प्रदेश में शिक्षा, विधि, सार्वजनिक निर्माण, उद्योग, और वाणिज्य जैसे मंत्रालय संभाले
- 1971: भोपाल से लोकसभा सांसद
- 1972-1974: भारतीय राष्ट्रीय कांग्रेस के अध्यक्ष
- 1974-1977: केंद्र सरकार में संचार मंत्री
- 1984-1987: आंध्र प्रदेश, पंजाब, और महाराष्ट्र के राज्यपाल
- 1987-1992: भारत के आठवें उपराष्ट्रपति और राज्यसभा के सभापति
- 1992-1997: जॉर्ज गिल्बर्ट स्वेल को हराकर भारत के नौवें राष्ट्रपति निर्वाचित
व्यक्तिगत जीवन
- विवाह: 7 मई, 1950 को विमला शर्मा से विवाह; उनके दो बेटे और दो बेटियां थीं। विमला शर्मा वर्ष 1985 में रायसेन से विधायक रहीं; उनका निधन 16 अगस्त, 2020 को हुआ।
- त्रासदी: 31 जुलाई, 1985 को उनकी बेटी गीतांजलि माकन और दामाद ललित माकन (कांग्रेस सांसद) की दिल्ली में आतंकियों द्वारा हत्या। यह हत्या वर्ष 1984 के सिख विरोधी दंगों से संबंधित थी, जिसमें ललित पर दंगे भड़काने का आरोप था।
- राष्ट्रपति के रूप में उन्हें अपने बेटी-दामाद के हत्यारों की दया याचिका पर सुनवाई करनी पड़ी, जो एक भावनात्मक चुनौती थी।
उपलब्धियां और योगदान
- शैक्षणिक योगदान: कई ग्रंथों की रचना और पत्रिकाओं का संपादन; शिक्षा में उत्कृष्टता को बढ़ावा।
- खेल और संस्कृति: छात्र जीवन में हॉकी और अन्य खेलों में हिस्सा; साहित्य, कला, और विज्ञान में रुचि।
- सामाजिक सेवा: डॉ. शंकर दयाल शर्मा स्वर्ण पदक 1994 में स्थापित, जो भारतीय विश्वविद्यालयों में चरित्र, आचरण और सामाजिक सेवा में उत्कृष्ट स्नातकों को दिया जाता है।
- राजनीतिक सादगी: वर्ष 1991 में सोनिया गांधी द्वारा प्रधानमंत्री पद की पेशकश ठुकराई।
निधन
- निधन: 26 दिसंबर, 1999 को निधन; उस समय कंधार विमान अपहरण संकट के कारण उनकी मृत्यु को ज्यादा ध्यान नहीं मिला।
- समाधि: कर्मभूमि, दिल्ली में।
व्यक्तित्व और विरासत
- सादगी और संजीदगी: गंभीर और नियमों का पालन करने वाले; एक बार राज्यसभा में अव्यवस्था पर रो पड़े।
- लोकप्रियता: भोपाल में 'डाक साहब' या 'दादा भाई' के नाम से जाने गए; सत्तापक्ष और विपक्ष दोनों से सम्मान।
- विरासत: भोपाल के विकास और भारत के लोकतंत्र में योगदान।