पद |
सदस्य |
अध्यक्ष (Chairperson) |
भारत के प्रधानमंत्री |
स्थायी सदस्य (Permanent Members) |
सभी राज्यों के मुख्यमंत्री (CMs) |
विधानसभाओं वाले केंद्रशासित प्रदेशों के मुख्यमंत्री |
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बिना विधानसभा वाले केंद्रशासित प्रदेशों के प्रशासक (Administrators) |
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प्रधानमंत्री द्वारा नामित छह केंद्रीय मंत्री (कैबिनेट स्तर के) |
क्षेत्र |
लाभ |
संघीय शासन (Federal Governance) |
संघ और राज्यों के बीच शक्ति संतुलन बना रहता है। |
नीतियों की स्वीकार्यता (Policy Acceptability) |
सभी पक्षों की भागीदारी से बनी नीतियाँ अधिक स्वीकार्य और वैध होती हैं। |
सहयोगात्मक संघवाद (Cooperative Federalism) |
संवाद, विमर्श और सहमति के आधार पर नीतियाँ बनती हैं। |
विवादों का समाधान (Dispute Resolution) |
राज्यों और केंद्र के बीच विवाद सुलझाने में मदद मिलती है। |
संवैधानिक मूल्यों की रक्षा (Protection of Constitutional Values) |
निर्णय संविधान और संघीय ढाँचे के अनुरूप होते हैं। |
Inter-State Council – FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)प्रश्न :-अंतर्राज्यीय परिषद (ISC) क्या है? उत्तर: अंतर्राज्यीय परिषद (ISC) एक संवैधानिक निकाय है जिसे भारत के संविधान के अनुच्छेद 263 के तहत केंद्र और राज्यों के बीच समन्वय, सहयोग और विवाद समाधान के लिए स्थापित किया गया है। प्रश्न :-अंतर्राज्यीय परिषद (ISC) की स्थापना कब और किसकी सिफारिश पर हुई? उत्तर: ISC की स्थापना 28 मई 1990 को सरकारिया आयोग (1988) की सिफारिश पर राष्ट्रपति के आदेश से की गई थी। प्रश्न :-अंतर्राज्यीय परिषद (ISC ) का संवैधानिक आधार क्या है? उत्तर: ISC संविधान के अनुच्छेद 263 पर आधारित है, जो केंद्र और राज्यों या राज्यों के बीच समन्वय के लिए परिषद की स्थापना की अनुमति देता है। प्रश्न :-अंतर्राज्यीय परिषद( ISC) के अध्यक्ष कौन होते हैं? उत्तर: भारत के प्रधानमंत्री अंतर्राज्यीय परिषद (ISC) के अध्यक्ष होते हैं। |
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