चर्चा में क्यों?
भारत को सिंगापुर में अंतर्राष्ट्रीय समुद्री नौवहन सहायता संगठन (IALA) का उपाध्यक्ष चुना गया है।

प्रमुख बिंदु:
- 18 से 21 फरवरी 2025 के बीच सिंगापुर में IALA की पहली आम सभा आयोजित की गई, जहां भारत को उपाध्यक्ष चुना गया।
- यह टिकाऊ और सुरक्षित समुद्री नेविगेशन के प्रति भारत की प्रतिबद्धता की पुष्टि करते हुए समुद्री मामलों में उसके मजबूत नेतृत्व और योगदान को रेखांकित करता है।
- इस सभा में पत्तन, पोत परिवहन एवं जलमार्ग मंत्रालय के सचिव श्री टी.के. रामचंद्रन भारतीय प्रतिनिधिमंडल का नेतृत्व किया।
- यह सभा इसके गैर-सरकारी संगठन (NGO) से एक अंतर-सरकारी संगठन (IGO) में परिवर्तित होने को भी चिह्नित करती है।
- भारत दिसंबर 2025 में IALA परिषद की बैठक और सितंबर 2027 में मुंबई में IALA सम्मेलन और आम सभा की मेज़बानी करेगा।
अंतर्राष्ट्रीय समुद्री नौवहन सहायता संगठन (IALA):
- यह एक अंतरराष्ट्रीय संगठन है, जो समुद्री नेविगेशन में सहायता प्रदान करने वाले साधनों के समन्वय और मानकीकरण के लिए समर्पित है।
- इसकी स्थापना वर्ष 1957 में एक गैर-सरकारी संगठन (NGO) के रूप में हुई थी।
- इसका उद्देश्य:
- समुद्री विशेषज्ञता और सलाह एकत्र करना और प्रदान करना
- वैश्विक समुद्री नौवहन प्रणालियों को सुसंगत बनाना
- समुद्री सुरक्षा पहलों को बढ़ावा देना
- पर्यावरण के संरक्षण की दिशा में उभरती चुनौतियों से निपटना
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प्रश्न. इंटरनेशनल ऑर्गनाइजेशन ऑफ एड्स टू मरीन नेविगेशन (IALA) की पहली आम सभा कहां आयोजित की गई?
(a) भारत
(b) फ्रांस
(c) सिंगापुर
(d) जापान
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