वेरा सी. रुबिन वेधशाला की पहली तस्वीरों में 10 मिलियन आकाशगंगाओं, हज़ारों नए क्षुद्रग्रहों एवं चमक बदलते तारों का विस्तृत दृश्य दिखाया गया है।
वेरा सी. रुबिन वेधशाला के बारे में
- अवस्थिति : उत्तरी चिली में सेरो पचोन पर्वत पर
- वित्तपोषण : यू.एस. नेशनल साइंस फ़ाउंडेशन और ऊर्जा विभाग द्वारा संयुक्त रूप से
- तकनीकी विशेषताएँ :
- 8.4 मीटर लंबी
- 3,200 मेगापिक्सेल (MP) कैमरा
- बड़े दर्पण और अद्वितीय डिज़ाइन
- जीवनकाल : 10 वर्ष
- लाभ :
- डार्क मैटर के गुणों को समझना
- निकट और दूर की आकाशगंगाओं के वितरण का अध्ययन
- आकाश में परिवर्तन का अध्ययन
- वैज्ञानिकों को ‘घातक क्षुद्रग्रहों’ का पता लगाने में मदद करना
- नवीन ग्रहों की खोज में सहायक
- आकाशगंगा में तारों के वितरण का मानचित्रण करना
- इतिहास :
- मूल रूप से वर्ष 2001 में प्रस्तावित
- तब इसे लार्ज सिनोस्कोप सर्वे टेलिस्कोप कहा जाता था।
- वर्ष 2019 में नाम बदलकर वेरा सी. रुबिन वेधशाला कर दिया गया।
- वेरा सी. रुबिन एक अमरीकी खगोलशास्त्री थे जिन्होंने सर्वप्रथम डार्क मैटर की संकल्पना दी थी।