तिथि: 7 अक्टूबर 2025 (मंगलवार)
अवसर: महर्षि वाल्मीकि जयंती (परगट दिवस)
महत्व: रामायण के रचयिता और संस्कृत साहित्य के आदि कवि का सम्मान

महर्षि वाल्मीकि कौन थे ?
- वाल्मीकि को संस्कृत साहित्य का आदि कवि या प्रथम कवि माना जाता है।
- उन्हें रामायण की रचना का श्रेय दिया जाता है, जो भगवान राम के जीवन और मूल्यों का वर्णन करता है।
- प्रारंभ में रत्नाकर नामक डाकू रहे वाल्मीकि का जीवन मोक्ष, ज्ञान और तपस्या की प्रेरणा देता है।
- उनकी विरासत केवल साहित्यिक नहीं बल्कि नैतिक और दार्शनिक दृष्टि से भी महत्वपूर्ण है।
वाल्मीकि जयंती का महत्व
- यह दिन केवल एक ऐतिहासिक व्यक्ति का उत्सव नहीं है, बल्कि सामाजिक सद्भाव, धार्मिकता और परिवर्तन की शक्ति का प्रतीक है।
- संत वाल्मीकि परंपरा के अनुयायी इसे बड़े उत्साह के साथ मनाते हैं।
- कई राज्यों में भक्ति गीतों, रामायण के मंचन और शोभा यात्राओं के माध्यम से जुलूस निकाले जाते हैं।
2025 में आयोजन
- विशेष रामायण पाठ और भक्ति प्रवचन।
- स्कूलों और सार्वजनिक संस्थानों में सांस्कृतिक कार्यक्रम।
- सार्वजनिक सेवा पहल: वृक्षारोपण, खाद्य वितरण और जागरूकता अभियान।
- कुछ क्षेत्रों में यह दिन सार्वजनिक अवकाश भी होता है, विशेषकर उत्तर भारत के राज्यों में जैसे पंजाब, हिमाचल प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा।
प्रश्न :-वर्ष 2025 में महर्षि वाल्मीकि जयंती कब मनाई जाएगी ?
(a) 5 अक्टूबर 2025
(b) 6 अक्टूबर 2025
(c) 7 अक्टूबर 2025
(d) 8 अक्टूबर 2025
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