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यमन-सऊदी सीमा पर सऊदी अरब में इथियोपियाई प्रवासियों की सामूहिक हत्याएँ

प्रारम्भिक परीक्षा –समसामयिकी
मुख्य परीक्षा - सामान्य अध्ययन पेपर-2

चर्चा में क्यों?

  • ह्यूमन राइट्स वॉच के अनुसार, सऊदी सीमा रक्षकों ने मार्च 2022 और जून 2023 के बीच यमन-सऊदी सीमा पार करने की कोशिश करने वाले कम से कम सैकड़ों इथियोपियाई प्रवासियों और शरण चाहने वालों को मार डाला है।
  • ह्यूमन राइट्स वॉच के अनुसार,सऊदी सरकार की प्रवासियों की हत्या की नीति के तहत ये हत्याएं की गईं तो ये मानवता के खिलाफ अपराध होंगी।

Ethiopian

मुख्य बिंदु

प्रवास का प्रमुख कारण क्या है?

  • गरीबी, सूखे और राजनीतिक दमनके कारण इथियोपिया से प्रवास करके जिबूती की ओर चले गए हैं, जहां तस्कर उन्हें अदन की खाड़ी से अरब दुनिया के सबसे गरीब देश यमन में ले जाते हैं।
  • लगभग 750,000 इथियोपियाई सऊदी अरब में रहते हैं, जिनमें से 450,000 से अधिक लोगों के बिना अनुमति के प्रवेश करने की संभावना है।

हत्या का मुख्य कारण क्या है ?

हौथी -सऊदी अरब संघर्ष:

  • रॉयल सऊदी सशस्त्र बलों और ईरान समर्थित यमन हौथी बलों के बीच चल रहा एक सशस्त्र संघर्ष है जो अरब प्रायद्वीप में हो रहा है , जिसमें दक्षिणी सऊदी क्षेत्र असीर , जिज़ान और नजरान और उत्तरी यमन शामिल हैं।
  • इसी संघर्ष के कारण प्रवासी लोगों कोघुसपैठी समझ कर उनपर कार्रवाई की जाती है जिसके कारण कई प्रवासियों की जान भी चली जाती है।

यमन- सऊदी अरब और इथियोपिया की भौगोलिक स्थिति

  • बाब अल-मन्देब (Bab el-Mandeb) अरबी प्रायद्वीप पर यमन और अफ़्रीका के सींग पर जिबूती, इरीट्रिया और उत्तरी सोमालिया के बीच स्थित एक जलडमरू/जलसंधिहै जो लाल सागर को अदन की खाड़ी से जोड़ता है।
  • इसे आँसुओं का प्रवेश द्वार या दुःख का द्वार नाम से भी जाना जाता है ।
  • बाब अल-मंदेब जलसंधि लाल सागर (उत्तर-पश्चिम) को अदन की खाड़ी और हिंद महासागर (दक्षिण- पूर्व) से जोड़ता है।
  • होर्मुज़ जलसंधि फारस की खाड़ी और ओमान की खाड़ी में मिलती है।

स्वेज़ नहर

Suez-Canal

  • स्वेज़ नहर के निर्माण के साथ, यह जलसंधि का रणनीतिक और आर्थिक महत्व है। यह नहर भूमध्य सागर को लाल सागर से जोड़ता है यह यूरोप को पूर्वी एशिया से जोड़ता है।
  • स्वेज नहर दुनिया के सबसे व्यस्ततम समुद्री मार्गों में से एक है। पूरी दुनिया में होने वाले समुद्री कारोबार का 12 फीसदी आवागमन इसी नहर से होता है।
  • नहर बनने के बाद एशिया और यूरोप के बीच की दूरी 6000 किलोमीटर कम हो गई है। सफर में भी सात दिनों की कमी आई है। रोजाना यहां से लगभग 50 जहाज गुजरते हैं जिन पर 10 बिलियन डॉलर यानी करीब 73 हजार करोड़ रुपये तक का सामान लदा होता है।
  • नहर का इतिहास
  • 1854 में फ्रांस के राजनयिक डि लेसेप्स ने स्वेज नहर को बनाने की योजना पर काम करना शुरू किया था।
  • साल 1858 में एक कंपनी की स्थापना की गई जिसका नाम यूनिवर्सल स्वेजशिप कैनाल कंपनी था।
  • इस कंपनी को 99 साल के लिए नहर के निर्माण और संचालन का काम सौंपा गया। ये नहर 1869 में बनकर तैयार हुई और इसे अंतर्राष्ट्रीय यातायात के लिए खोल दिया गया।
  • 1956 में मिस्र के राष्ट्रपति अब्दुल नासिर ने स्वेज नहर का राष्ट्रीयकरण कर दिया।
  • स्वेज नहर कंपनी में ज्यादातर शेयर ब्रिटिश और फ्रांस सरकार के थे।
  • नासिर के इस कदम से दोनों देशों में हड़कंप मच गया। ब्रिटेन, फ्रांस और इजराइल ने मिस्र पर हमला कर दिया।
  • हालांकि अमेरिका और संयुक्त राष्ट्र के हस्तक्षेप की वजह से ब्रिटेन और फ्रांस को अपनी सेना वापस बुलानी पड़ी। इसके बाद से नहर पर मिस्र का अधिकार है।

प्रारम्भिक परीक्षा प्रश्न : निम्नलिखित में से बाब अल-मन्देब/मंडेब जलसन्धि किसको जोड़ती है ?

(a) लालसागर को फारस की खाड़ी से

(b) लालसागर को अदन की खाड़ी से

(c) लालसागर को कच्छ की खाड़ी से

(d) लालसागर को बंगाल की खाड़ी से

उत्तर (b)

मुख्य परीक्षा प्रश्न : स्वेज नहर के न होने से समुद्री व्यापारिक मार्ग पर क्या प्रभाव पड़ता; चर्चा कीजिए।

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