| (प्रारंभिक परीक्षा: समसामयिक घटनाक्रम) |
चर्चा में क्यों
3 नवंबर 2025 की सुबह अफगानिस्तान के उत्तरी भाग में एक शक्तिशाली भूकंप आया, जिसमें कम से कम 20 लोगों की मौत और 600 से अधिक लोग घायल हुए।

अफगानिस्तान में भूकंप के बारे में
- स्थिति: यह भूकंप उत्तरी अफगानिस्तान के बाल्ख प्रांत में आया, जहाँ मजार-ए-शरीफ शहर स्थित है।
- भूकंप केंद्र बिंदु (Epicenter) : अमेरिकी भूगर्भीय सर्वेक्षण (USGS) के अनुसार, भूकंप का केंद्र मजार-ए-शरीफ के निकट 28 किलोमीटर गहराई में था।
- तीव्रता : भूकंप की तीव्रता रिक्टर पैमाने पर 6.3 मापी गई। झटके इतने शक्तिशाली थे कि आसपास के प्रांतों और यहाँ तक कि राजधानी काबुल में भी महसूस किए गए।
- भूकंप प्रवणता : अफगानिस्तान दो प्रमुख सक्रिय भ्रंश रेखाओं (fault lines) पर स्थित है, जिसके कारण यह देश भूकंप संभावित क्षेत्रों में आता है।
- अगस्त 2025 में भी पूर्वी अफगानिस्तान में नंगरहार और कुनार प्रांत में आए भूकंप में हजारों लोगों की जान गई थी।
क्षति
- 20 से अधिक लोगों की मौत, 600 से अधिक घायल।
- सैकड़ों घर और इमारतें पूरी तरह ढह गईं।
- ब्लू मस्जिद का कुछ हिस्सा क्षतिग्रस्त हुआ।
- बिजली आपूर्ति बाधित रही, जिससे संचार और राहत कार्यों में कठिनाई हुई।
- अस्पतालों में आपातकाल घोषित किया गया।
चुनौतियाँ
- मानवीय संकट: यह भूकंप ऐसे समय आया है जब देश पहले से ही मानवीय और आर्थिक संकटों से जूझ रहा है।
- सर्द मौसम: सर्दी के आगमन से राहत और पुनर्वास कार्य और भी कठिन हो गए हैं।
- सीमित संसाधन: तालिबान प्रशासन के पास राहत कार्यों के लिए पर्याप्त साधन नहीं हैं।
- अंतर्राष्ट्रीय सहायता पर निर्भरता: देश को अभी भी संयुक्त राष्ट्र (UN) और अन्य अंतर्राष्ट्रीय संगठनों की मदद पर निर्भर रहना पड़ रहा है।
- विद्युत और संचार बाधाएँ: बिजली और नेटवर्क ठप होने से बचाव कार्यों की गति धीमी रही।