चर्चा में क्यों?
पंचायती राज मंत्रालय ने वित्त वर्ष 2023–24 के लिए PAI 2.0 को औपचारिक रूप से लॉन्च करने के लिए दो दिवसीय राष्ट्रीय राइटशॉप का आयोजन किया।

पृष्ठभूमि:
- PAI 1.0 (2022–23): ग्राम पंचायतों के प्रदर्शन को नौ प्रमुख विषयों पर मापने वाला आधारभूत उपकरण था।
- PAI 2.0: राज्यों/केंद्रशासित प्रदेशों से मिले फीडबैक और क्रियान्वयन अनुभव के आधार पर इसे परिष्कृत किया गया है।
PAI 2.0 में सुधार:
- सूचकांकों की संख्या 516 से घटाकर 147 की गई है, जिससे डेटा गुणवत्ता पर ज़ोर और डेटा संग्रहण का बोझ कम हुआ है।
- विभिन्न केंद्रीय मंत्रालयों और विभागों के राष्ट्रीय पोर्टलों से डेटा का स्वचालित एकीकरण किया गया है।
- पोर्टल इंटरफेस अब मोबाइल-अनुकूल और यूजर-फ्रेंडली डैशबोर्ड्स के साथ तैयार किया गया है।
- अंतर्निर्मित सत्यापन टूल और विसंगति पहचान तंत्र से डेटा सटीकता सुनिश्चित की गई है।
- डिसीजन सपोर्ट सिस्टम (DSS) पंचायत विकास में अंतर पहचानने और सुधार योजना बनाने में मदद करता है।
PAI 2.0 के लक्षित विषय (LSDGs के अनुरूप):
- गरीबी उन्मूलन
- स्वास्थ्य
- शिक्षा
- जल की उपलब्धता
- स्वच्छ पर्यावरण
- बुनियादी ढांचा
- सुशासन
- सामाजिक न्याय
- महिला सशक्तिकरण
प्रश्न: पंचायती राज मंत्रालय ने पंचायत उन्नति सूचकांक (PAI) 2.0 को किस वित्त वर्ष के लिए लॉन्च किया है?
(a) 2021–22
(b) 2022–23
(c) 2023–24
(d) 2024–25
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