असम के डिब्रूगढ़ में मीठे पानी की मछली की नई प्रजाति ‘पिथिया डिब्रूगढ़ेन्सिस’ की खोज
चर्चा में क्यों ?
ब्रह्मपुत्र नदी से मिली मछली की नई प्रजाति – ‘पिथिया डिब्रूगढ़ेन्सिस’, पूर्वोत्तर भारत की जैव विविधता में महत्वपूर्ण योगदान
प्रमुख बिंदु :-
भारत के पूर्वोत्तर क्षेत्र में जैव विविधता के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण वैज्ञानिक खोज सामने आई है।
असम के डिब्रूगढ़ जिले में बहने वालीब्रह्मपुत्र नदी से मीठे पानी की मछली की एक नई प्रजाति की पहचान की गई है,
इसे वैज्ञानिकों ने‘पिथिया डिब्रूगढ़ेन्सिस’ (Pethia dibruensis) नाम दिया है।
यह नाम इसे डिब्रूगढ़ क्षेत्र में खोजे जाने के कारण दिया गया है, जो इस खोज को स्थानीय महत्व भी प्रदान करता है।
इस प्रजाति की खोज भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद की ICAR-CIFRI की गुवाहाटी और बैरकपुर इकाइयोंतथामणिपुर विश्वविद्यालयके वैज्ञानिकों की संयुक्त टीम ने की।
यह मछली अपने अनोखे पंखों के पैटर्न, विशिष्ट रंगों, और पूँछ के पास मौजूद काले धब्बे के कारण विशिष्ट पहचान रखती है।
यह काला धब्बा शरीर के साथ ऊपर और नीचे की ओर फैला हुआ होता है, जिससे इसकी पहचान और भी आसान हो जाती है।
इस खोज से न केवल पूर्वोत्तर भारत की जैव विविधता को बेहतर समझने में मदद मिलेगी, बल्कि यह जल संसाधनों के संरक्षण, स्थानीय पारिस्थितिकी तंत्र के अध्ययन, और भविष्य की मछली पालन योजनाओंमें भी अहम भूमिका निभा सकती है।
प्रश्न :-'पिथिया डिब्रूगढ़ेन्सिस' किस प्रकार की मछली है?