डॉ. अय्यप्पन 7 मई, 2025 को अपने मैसूर स्थित घर से लापता हो गए थे।
तीन दिन बाद उनका क्षत-विक्षत शव कावेरी नदी से बरामद किया गया। उनका दोपहिया वाहन नदी किनारे लावारिस हालत में पाया गया, जिससे संदेह और गहरा गया।
इस असामयिक और रहस्यमयी मृत्यु के बाद CBI जांच की मांग की जा रही है।
कौन थे डॉ. सुब्बन्ना अय्यप्पन?
डॉ. सुब्बन्ना अय्यप्पन भारतीय मत्स्य विज्ञान के क्षेत्र में एक प्रतिष्ठित नाम थे। उन्हें भारत में "नीली क्रांति" (Blue Revolution)का जनक माना जाता है, जिसने देश के मत्स्य उत्पादन को आधुनिक दिशा दी।
इनके योगदान को सम्मानित करते हुए उन्हें भारत सरकार द्वारा पद्मश्री पुरस्कार से नवाजा गया था।
इन्होंने भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (ICAR) के महानिदेशक के रूप में भी कार्य किया था और जलीय कृषि व मत्स्य पालन को देश के ग्रामीण विकास का आधार बनाने की दिशा में अमूल्य योगदान दिया।
भारत की नीली क्रांति में योगदान
डॉ. अय्यप्पन ने भारत में मत्स्य और जलीय कृषि को एक संगठित और वैज्ञानिक आधार दिया।
इनकी अगुवाई में देश मेंसंवहनीय मत्स्य पालन (sustainable fisheries)और इनलैंड एक्वाकल्चरको बढ़ावा मिला।
इन्होंने प्रधानमंत्री मत्स्य सम्पदा योजना (PMMSY)जैसी सरकारी पहलों को वैज्ञानिक समर्थन प्रदान किया और अनुसंधान संस्थानों और स्टार्टअप्स के साथ सहयोग को भी बढ़ाया।
प्रश्न :-निम्न में से डॉ. सुब्बन्ना अय्यप्पन किस क्रांति से जुड़े हुए थे?