चर्चा में क्यों ?
- भारतीय सेना की राम डिवीजन ने उत्तर प्रदेश के मेरठ स्थित खड़ग कोर फील्ड ट्रेनिंग एरिया में ‘प्रचंड शक्ति’ नामक एक सैन्य अभ्यास का आयोजन किया। इस अभ्यास में सेना ने ड्रोन, एआई सिस्टम और लोइटरिंग हथियार जैसी आधुनिक तकनीकों का प्रदर्शन किया।

आधुनिक युद्ध की नई परिभाषा
- यह अभ्यास भविष्य के युद्धों में संभावित खतरों और आधुनिक युद्ध रणनीतियों का अभ्यास था।
- इसमें दिखाया गया कि कैसे पैदल सेना के जवान निम्नलिखित तकनीकों से लाभान्वित हो सकते हैं:
- मानवरहित हवाई वाहन (UAV)
- एआई-सक्षम युद्ध प्रणालियाँ
- स्वायत्त प्लेटफ़ॉर्म
- लोइटरिंग (घूमते हुए) हथियार
ये तकनीकें गहरे क्षेत्र में संचालन को सुरक्षित, सटीक और तेज बनाती हैं।
‘तकनीकी समावेशन वर्ष’ का हिस्सा
- ‘प्रचंड शक्ति’ भारतीय सेना के ‘तकनीकी समावेशन वर्ष’ का हिस्सा है।
- इसका उद्देश्य स्वदेशी तकनीकों को सैन्य संरचनाओं में शामिल करना और विदेशी उपकरणों पर निर्भरता कम करना है।
आत्मनिर्भर भारत की ओर कदम
- रक्षा मंत्रालय के अनुसार, यह प्रदर्शन भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने की दिशा में उठाया गया कदम है।
- इसके ज़रिए भारतीय नवप्रवर्तकों की तकनीकों को सीधे सेना के अभियानों में उपयोग करने की योजना है।
स्ट्राइक कोर की ताकत में इजाफा
- राम डिवीजन, जो स्ट्राइक कोर का एक प्रमुख हिस्सा है, ने इस अभ्यास के माध्यम से यह परखा कि नई तकनीकें आक्रामक अभियानों की रणनीति को किस तरह बदल सकती हैं।
- यह अभ्यास उच्च जोखिम वाले क्षेत्रों में सैनिकों की सुरक्षा, गति और मारक क्षमता को बेहतर करने की दिशा में एक प्रयोग था।
भविष्य की चुनौतियों के लिए तैयार सेना
- ‘प्रचंड शक्ति’ ने यह दर्शाया कि भारतीय सेना वैश्विक खतरों से निपटने के लिए तकनीक-संचालित संरचना की ओर तेजी से अग्रसर है।
- यह अभ्यास आधुनिक युद्ध की बदलती प्रकृति को स्वीकारते हुए भारतीय सेना की तैयारियों का प्रतीक है।
प्रश्न :-'प्रचंड शक्ति' सैन्य अभ्यास किस राज्य में आयोजित किया गया?
(a) राजस्थान
(b) पंजाब
(c) उत्तर प्रदेश
(d) हरियाणा
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