यह एक उन्नत प्लांट जीनोम एडिटिंग टूल है, जिसका उपयोग पौधों के जीनोम को संशोधित करने के लिए किया जाता है।
इसे भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद-राष्ट्रीय चावल अनुसंधान संस्थान और पेंसिल्वेनिया स्टेट यूनिवर्सिटी, यूएसए के वैज्ञानिकों द्वारा संयुक्त रूप से विकसित किया गया है।
ISDra2TnpB के मुख्य लाभ(Key benefits of ISDra2TnpB)
छोटा लेकिन प्रभावी - यह Cas9 और Cas12 से आधे से भी कम छोटा है।
बेहतर पहुँच - यह आसानी से पौधों की कोशिकाओं में प्रवेश कर सकता है।
सभी प्रकार के पौधों में उपयोगी - इसका उपयोग मोनोकोटाइलडोनस और डाइकोटाइलडोनस दोनों पौधों में किया जा सकता है।
उच्च दक्षता - औसत पौधे जीनोम में 33.58% संपादन दक्षता प्रदर्शित करता है।
सटीक जीनोम संपादन - इसमें डीएनए अनुक्रम में एकल न्यूक्लियोटाइड परिवर्तन करने की क्षमता है।
फसल सुधार के लिए जीनोम एडिटिंग के लाभ(Benefits of Genome Editing for Crop Improvement)
उपज और पोषण गुणवत्ता में वृद्धि - जीनोम एडिटिंग से उच्च उपज वाली और पोषक तत्वों से भरपूर फसलें विकसित की जा सकती हैं।
रोग और कीट प्रतिरोध - फसलें कीटों और बीमारियों के प्रति अधिक प्रतिरोधी बन सकती हैं।
पर्यावरण के अनुकूल खेती - रासायनिक कीटनाशकों की कम आवश्यकता होती है, जिससे खेती अधिक टिकाऊ हो जाती है।
जलवायु परिवर्तन के प्रति सहनशीलता - फसलों, विशेष रूप से चावल को चक्रवातों और अन्य प्राकृतिक आपदाओं से बचाया जा सकता है।
ISDra2TnpB जीनोम एडिटिंग तकनीक में एक नया और प्रभावी कदम है, जो भविष्य में कृषि को और अधिक उन्नत और टिकाऊ बनाने में मदद करेगा।