चर्चा में क्यों ?
- डाक विभाग ने कोडाईकनाल सोलर वेधशाला की 125वीं वर्षगांठ पर एक स्मारक डाक टिकट जारी किया।
- यह टिकट बेंगलुरु स्थित भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (IIA) में एक विशेष समारोह के दौरान जारी किया गया।

कोडईकनाल सौर वेधशाला
- स्थापना तिथि: 1 अप्रैल, 1899
- स्थान: तमिलनाडु, भारत
- संबद्ध संस्थान: भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (IIA)
- महत्त्व: यह वेधशाला भारत में सौर खगोल भौतिकी के अनुसंधान की जन्मस्थली (Cradle) मानी जाती है और 100 वर्षों से अधिक समय से सूर्य से संबंधित वैज्ञानिक अध्ययन में अग्रणी रही है।
स्मारक डाक टिकट की विशेषताएँ
यह डाक टिकट कोडाईकनाल वेधशाला की वैज्ञानिक विरासत को सम्मानित करता है। इसमें निम्नलिखित बातें दर्शायी गई हैं:
- वेधशाला की ऐतिहासिक दो गुंबदों वाली इमारत (Twin-Domed Building) को दिखाया गया है:
- दायां गुंबद: 6-इंच की दूरबीन (Telescope), जो मूलतः 1850 में मद्रास वेधशाला से लाई गई थी, और 1900 में कोडाईकनाल में स्थापित हुई।
- बायां गुंबद: 8-इंच की दूरबीन, जिसे 1866 में तैयार किया गया और 1930 में कोडाईकनाल लाया गया।
- H-alpha wavelength पर सूर्य की हाल की एक छवि (6 मई 2024 को ली गई) शामिल है।
- टिकट पर IIA का लोगो और सनस्पॉट (Sunspot) बटरफ्लाई डायग्राम (1904–2020) भी दर्शाया गया है।
उद्देश्य
- भारत में सौर अवलोकन की 125 वर्षों की अग्रणी परंपरा को सम्मानित करना।
- भारतीय विज्ञान द्वारा वैश्विक सौर अनुसंधान में दिए गए योगदान को सामने लाना।
- डाक टिकट संग्रहकर्ताओं और खगोलविज्ञान में रुचि रखने वालों के लिए एक विशेष संग्रहणीय वस्तु प्रदान करना।
भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (IIA)
- यह एक प्रमुख स्वायत्त अनुसंधान संस्थान है, जो खगोल विज्ञान, खगोल भौतिकी और संबंधित भौतिक विज्ञान के क्षेत्रों में अनुसंधान और शिक्षा में संलग्न है।
स्थापना एवं स्थान:
- स्थापना वर्ष: 1971 (हालांकि इसकी उत्पत्ति 18वीं शताब्दी के मद्रास वेधशाला से मानी जाती है)
- मुख्यालय: बेंगलुरु, कर्नाटक
- यह संस्थान विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (Department of Science and Technology – DST), भारत सरकार के अंतर्गत आता है।
प्रश्न :-निम्न में से भारतीय खगोल भौतिकी संस्थान (IIA) का मुख्यालय कहाँ स्थित है?
(a) चेन्नई
(b) मुंबई
(c) हैदराबाद
(d) बेंगलुरु
|