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टेस्ट ट्यूब गैंडा

प्रारंभिक परीक्षा- टेस्ट ट्यूब गैंडा, बायोरेस्क्यू, सुनी और सूडान, नाजिन और फातू
मुख्य परीक्षा- सामान्य अध्ययन, पेपर-3, संरक्षण

चर्चा में क्यों-

  • हाल ही में वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में निर्मित गैंडे के भ्रूण को सरोगेट मां में स्थानांतरित करके पहली बार गैंडे के गर्भधारण की घोषणा की।

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मुख्य बिंदु-

  • यह सफलता दक्षिणी सफ़ेद गैंडे में मिली है, जो उत्तरी श्वेत गैंडों की एक उप-प्रजाति से निकट रूप से संबंधित है। 
  • यह लगभग 10 लाख साल पहले उत्तरी श्वेत गैंडों से अलग हो गई थी।
  • वैज्ञानिकों के अंतरराष्ट्रीय संघ ‘बायोरेस्क्यू’ के अनुसार, इस सफलता को तरल नाइट्रोजन में संग्रहीत उत्तरी सफेद गैंडों के 30 भ्रूणों के साथ दोहराया जा सकता है।
  • बायोरेस्क्यू कंसोर्टियम का नेतृत्व ‘लीबनिज इंस्टीट्यूट फॉर ज़ू एंड वाइल्डलाइफ रिसर्च’ (लीबनिज-IZW) द्वारा किया जाता है।
  • इसे जर्मन सरकार, कई अन्य सार्वजनिक और निजी दानदाताओं द्वारा वित्त पोषित किया जाता है। 

पृष्ठभूमि-

  • वर्ष, 2018 में आखिरी नर की मौत से उत्तरी सफेद गैंडे विलुप्त होने के कगार पर आ गए थे। 
  • वर्ष, 2015 में पांच महाद्वीपों के 20 वैज्ञानिकों के एक समूह ने इन विट्रो फर्टिलाइजेशन (IVF) के माध्यम से उप-प्रजाति के पुनर्निर्माण के लिए एक परियोजना शुरू की थी।
  • वर्ष, 2009 में 4 उत्तरी सफेद गैंडों को चेक गणराज्य के एक चिड़ियाघर से केन्या के एक संरक्षण क्षेत्र लाया गया था।
  • इन्हें इस उम्मीद से लाया गया था कि वे अपने प्राकृतिक वातावरण में प्रजनन कर सकेंगे। 
  • इसके बाद से दो नर - सुनी और सूडान - की मृत्यु हो चुकी है।
  • दो मादा - नाजिन और उसकी बेटी फातू - रोग संबंधी कारणों से प्रजनन में असमर्थ हो गईं हैं। 
  • IVF के माध्यम से उत्तरी सफेद बछड़ा पैदा करना ही एकमात्र विकल्प बचा था।

आनुवंशिक व्यवहार्यता का मुद्दा

  • इस मामले में सभी भ्रूण दो मादाओं से लिए गए अंडों और चिड़ियाघरों में मृत कुछ नरों से लिए गए शुक्राणु से बने हैं।
  • यह उत्तरी सफेद गैंडों की आबादी के लिए पर्याप्त बड़े जीन पूल का निर्माण नहीं कर सकती है।
  • एक समाधान चिड़ियाघरों में संरक्षित ऊतक नमूनों से निकाली गई स्टेम कोशिकाओं से शुक्राणु और अंडे बनाकर प्रजनन पूल को व्यापक बनाया जा सकता है।
  • स्टेम सेल तकनीक के अनुकूल परिणाम भी उत्तरी सफेद गैंडे के जीन पूल को 12 जानवरों से आगे नहीं बढ़ा सकते हैं।
  • उत्तरी और दक्षिणी उप-प्रजातियों को क्रॉसब्रीडिंग करना भी कोई समाधान नहीं है। 
  • इसके परिणामस्वरूप कुछ विशिष्ट विशेषताओं पर प्रभाव पड़ेगा; जैसे कि- बालों वाले कान और पैर, जो उत्तरी सफेद गैडों को दलदली आवासों के लिए अनुकूलित करते हैं।
  • IVF या स्टेम सेल प्रौद्योगिकियों में सफलता प्रजाति के विलुप्त होने के लंबे समय बाद भी उत्तरी सफेद गैंडे के बच्चे पैदा कर सकती है। 
  • शिशु किसी एक प्रजाति की तरह व्यवहार करने के लिए आनुवंशिक रूप से पैदा नहीं होते हैं। 
  • शिशु उन गुणों को पारिवारिक और सामाजिक मेलजोल से सीखते हैं।
  • केन्या में अंतिम दो जीवित मादाओं से उत्तरी श्वेतों के सामाजिक और व्यवहारिक कौशल सीखने के लिए पहले IVF बछड़ों का समय पर जन्म हो। 

प्राकृतिक आवास-

  • एक अन्य आशावादी तरीका जंगल में देखे गए प्राकृतिक लचीलेपन पर आधारित है। 
  • बड़े पैमाने पर शिकार के परिणामस्वरूप 19वीं शताब्दी में दक्षिणी सफेद गैंडों की आबादी में भारी गिरावट आई और उनकी संख्या केवल 20 रह गई थी। 
  • सशस्त्र सुरक्षा और बहुपक्षीय संरक्षण प्रयासों के जरिए इनमें महत्वपूर्ण सुधार हुआ और अब संख्या 17,000 से अधिक है।
  • IVF से सरोगेट दक्षिणी सफेद माताओं से पैदा हुए उत्तरी सफेद बच्चों के पहले बैच को व्यस्क होते देखने की जरुरत है।
  • यदि प्रजाति वास्तव में जीवित रहती है, तो भविष्य की पीढ़ियों के लिए IVF का प्रयोग किया जा सकता है। 

परियोजना का उद्देश्य-

  • इस परियोजना पर लाखों डॉलर खर्च किए गए हैं जिसका उद्देश्य "असंभव को वास्तविकता में बदलना" है।
  • यह परियोजना अन्य लुप्तप्राय प्रजातियों की ओर भी ध्यान आकर्षित कर सकती है, जिन्हें अभी भी बचाया जा सकता है। 
  • उत्तरी सफेद गैंडों के प्राकृतिक आवास को संरक्षित किए बिना उनकी आबादी को बढ़ाना, जंगल में उनके भविष्य को फिर से खतरे में डाल सकता है।
  • उत्तरी सफेद गैंडों का उनके सींग के लिए संगठित रूप शिकार किया जाता था। 
  • इन्हें वर्ष, 2008 में आधिकारिक तौर पर जंगल में विलुप्त घोषित कर दिया गया था। 
  • वर्ष, 2015 में जब बायोसिक्योर लॉन्च किया गया था, तब  केन्याई संरक्षण में केवल तीन उत्तरी सफेद गैंडे जीवित बचे थे। 

समीक्षा-

  • प्रजातियों के पुनर्निर्माण का प्रयास मनुष्यों के लालच के कारण होने वाले नुकसान की भरपाई करने के दायित्व से प्रेरित है।
  • अफ़्रीका में औसतन प्रत्येक 16 घंटे में एक गैंडे का शिकार किया जाता है। 
  • दक्षिणी सफेद गैंडे की प्रजाति सबसे बड़ी जीवित प्रजाति है, अफ्रीका में 7,000 से कम काले गैंडे हैं और एशिया में केवल 4,000 एक सींग वाले गैंडे हैं।
  • गैंडों की अन्य दो प्रजातियों - जावन और सुमात्रा - की आबादी घटकर 100 से भी कम रह गई है। 
  • लेकिन टेस्ट ट्यूब उनका भविष्य बने इससे पहले उनको संरक्षित करने का अभी भी समय है।

प्रारंभिक परीक्षा के लिए प्रश्न-

प्रश्न- निम्नलिखित कथनों पर विचार कीजिए।

  1. उत्तरी सफेद गैंडों को वर्ष, 2008 में आधिकारिक तौर पर जंगल में विलुप्त घोषित कर दिया गया था। 
  2. वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में निर्मित गैंडे के भ्रूण को सरोगेट मां में स्थानांतरित करके पहली बार गैंडे के गर्भधारण सफलता हासिल की है।

नीचे दिए गए कूट की सहायता से सही उत्तर का चयन कीजिए।

(a) केवल 1

(b) केवल 2

(c) 1 और 2 दोनों

(d) न तो 1 और न ही 2

उत्तर- (c)

मुख्य परीक्षा के लिए प्रश्न-

 प्रश्न- हाल ही में वैज्ञानिकों ने प्रयोगशाला में निर्मित गैंडे के भ्रूण को सरोगेट मां में स्थानांतरित करके पहली बार गैंडे के गर्भधारण में सफलता प्राप्त की है। किंतु गैंडों के प्राकृतिक आवास को संरक्षित किए बिना उनकी आबादी को बढ़ाना, जंगल में उनके भविष्य को फिर से खतरे में डाल सकता है। विवेचना कीजिए।

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