चर्चा में क्यों?
- शिक्षा मंत्रालय ने देशभर में 'तंबाकू और नशा मुक्त स्कूल-कॉलेज' अभियान शुरू किया है, जिसका उद्देश्य शैक्षणिक संस्थानों को तंबाकू और नशीले पदार्थों से मुक्त बनाना है।

अभियान की पृष्ठभूमि:
- यह पहल स्कूली शिक्षा और साक्षरता विभाग (DoSEL) द्वारा गृह मंत्रालय के सचिव की अध्यक्षता में हुई नारको-कोऑर्डिनेशन सेंटर (NCORD) की 8वीं बैठक के बाद शुरू की गई।
- बैठक में युवाओं को नशे से बचाने के लिए शिक्षा और कानून व्यवस्था विभागों के समन्वय की आवश्यकता पर चर्चा हुई।
तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान (ToFEI) दिशा-निर्देश
शिक्षा मंत्रालय ने 'तंबाकू मुक्त शैक्षणिक संस्थान (ToFEI)' के लिए दिशा-निर्देश जारी किए हैं-
- संस्थान के गेट और परिसर में 'तंबाकू मुक्त क्षेत्र' का बोर्ड लगाना।
- परिसर में तंबाकू के उपयोग का कोई प्रमाण न होना।
- तंबाकू से होने वाले नुकसान की जानकारी वाली सामग्री लगाना।
- हर 6 महीने में कम से कम एक जागरूकता गतिविधि आयोजित करना।
- तंबाकू निगरानी अधिकारी नियुक्त करना।
- स्कूल के नियमों में तंबाकू निषेध नीति शामिल करना।
- संस्थान के चारों ओर 100 गज की दूरी पर पीली रेखा खींचना।
- उस क्षेत्र में तंबाकू की बिक्री पर रोक लगाना।
- स्थानीय प्रशासन की मदद से उपरोक्त कार्यों का क्रियान्वयन सुनिश्चित करना।
विशेष प्रवर्तन अभियान
- मंत्रालय ने 31 मई 2025 (विश्व तंबाकू निषेध दिवस) से 26 जून 2025 (अंतरराष्ट्रीय नशीली दवाओं और तस्करी विरोधी दिवस) तक एक महीने का विशेष प्रवर्तन अभियान शुरू करने का आह्वान किया है।
- इस दौरान राज्यों से आग्रह किया गया है कि वे COTPA अधिनियम 2003 की धारा 6(b) को सख्ती से लागू करें, जो शैक्षणिक संस्थानों के 100 गज के दायरे में तंबाकू की बिक्री और नाबालिगों को तंबाकू बेचने पर रोक लगाता है।
जागरूकता और सहभागिता
- 22 मई 2025 से 21 जुलाई 2025 तक 'विश्व तंबाकू निषेध दिवस जागरूकता क्विज-2025' आयोजित किया जा रहा है, जिसे MyGov पोर्टल पर खेला जा सकता है।
महत्वपूर्ण आँकड़े
- 2019 के ग्लोबल यूथ टोबैको सर्वे (GYTS-2) के अनुसार, भारत में 13 से 15 साल के 8.5% छात्र किसी न किसी रूप में तंबाकू का उपयोग कर रहे हैं।
- हर दिन भारत में 5,500 बच्चे तंबाकू का सेवन शुरू करते हैं।
प्रश्न. विश्व तंबाकू निषेध दिवस प्रतिवर्ष कब मनाया जाता है?
(a) 31 मार्च
(b) 7 अप्रैल
(c) 31 मई
(d) 1 जून
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