पाकिस्तान को संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की तालिबान प्रतिबंध समिति का अध्यक्ष एवं आतंकवाद रोधी समिति (Counter-Terrorism Committee) का उपाध्यक्ष नियुक्त किया गया है।
संयुक्त राष्ट्र आतंकवाद रोधी समिति
- परिचय : यह संयुक्त राष्ट्र का एक प्रमुख निकाय है जो वैश्विक आतंकवाद के विरुद्ध संयुक्त राष्ट्र के प्रयासों का समन्वय करता है।
- गठन : इसका गठन संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) द्वारा संकल्प 1373 के अंतर्गत वर्ष 2001 में किया गया था।
- पृष्ठभूमि : यह 9/11 के बाद अंतर्राष्ट्रीय आतंकवाद की बढ़ती घटनाओं की पृष्ठभूमि में अस्तित्व में आया।
- उद्देश्य :
- आतंकवाद के विरुद्ध वैश्विक कार्रवाई में सहयोग बढ़ाना
- सदस्य राष्ट्रों द्वारा आतंकवाद-विरोधी उपायों को लागू कराना
- आतंकवादी फंडिंग, हथियारों की आपूर्ति एवं शरण स्थलों पर रोक लगाना
- राष्ट्रीय कानूनों के सुदृढ़ीकरण के लिए मार्गदर्शन देना
- मानवाधिकारों की रक्षा के साथ आतंकवाद से निपटना
- संरचना : यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के 15 सदस्य देशों से मिलकर बनी है। इसकी सहायता के लिए एक विशेषज्ञ संस्था के रूप में ‘आतंकवाद-रोधी समिति कार्यकारी निदेशालय (CTED)’ कार्यरत है जो तकनीकी सहायता, नीति विश्लेषण व निगरानी जैसे कार्यों में सहयोग करती है।
- वर्तमान अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष : अल्जीरिया को इस समिति का अध्यक्ष एवं फ्रांस, रूस व पाकिस्तान को उपाध्यक्ष बनाया गया है।
तालिबान प्रतिबंध समिति
- परिचय : यह संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद (UNSC) की एक प्रमुख सहायक समिति है जिसका उद्देश्य तालिबान और उससे जुड़े व्यक्तियों तथा संस्थाओं पर प्रतिबंध लागू करना तथा उनकी निगरानी करना है।
- स्थापना : वर्ष 1999
- यह समिति पहले ISIL और अल-कायदा से जुड़े आतंकियों की निगरानी करती थी। बाद में इसे UNSC के प्रस्ताव 1988 के तहत वर्ष 2011 में पुनर्गठित किया गया, ताकि इसे तालिबान पर फोकस किया जा सके।
- अधिकार
- संगठनों की संपत्ति और बैंक खाते फ्रीज करना
- आतंकी एवं आतंकी सूची में शामिल लोगों की यात्रा पर प्रतिबंध लगाना
- आतंकी संगठनों या लोगों को हथियार बेचने या देने पर रोक लगाना
- वर्तमान अध्यक्ष एवं उपाध्यक्ष : पाकिस्तान को इस समिति का अध्यक्ष एवं गुयाना व रूस को उपाध्यक्ष के तौर पर नियुक्त किया गया है।