चर्चा में क्यों?
श्रीलंका बौद्ध कैलेंडर के सबसे पवित्र दिन वेसाक पोया को मना गया।

वेसाक पोया उत्सव के बारे में:
- पर्व का उद्देश्य:
- गौतम बुद्ध के जन्म, ज्ञान प्राप्ति (बोधि) और परिनिर्वाण की स्मृति में मनाया जाता है।
- यह श्रीलंका का सबसे पवित्र बौद्ध उत्सव है।
- आयोजन का स्वरूप:
- पूरे द्वीप में गहरी आध्यात्मिक भक्ति और जीवंत सार्वजनिक प्रदर्शन।
- मंदिरों, सड़कों और घरों को रंग-बिरंगी लालटेनों, पंडालों और बुद्ध जीवन के दृश्यचित्रों से सजाया गया।
- प्रमुख स्थान:
- नुवारा एलिया (पहाड़ी शहर) में हजारों श्रद्धालुओं की उपस्थिति।
राष्ट्रपति की भूमिका:
- राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके ने वेसाक उत्सव का औपचारिक उद्घाटन किया।
- उद्घाटन के अवसर पर स्मारक टिकट जारी किया गया।
- ऐतिहासिक धार्मिक स्थलों को मान्यता देने हेतु ‘श्री सन्नास पत्र’ प्रदान किए गए।
दंसल की व्यवस्था:
- पूरे द्वीप में 8,500+ दंसल स्टॉल स्थापित किए गए।
- इन स्टॉलों पर निःशुल्क भोजन व जलपान वितरित किया जा रहा है
श्री लंका के बारे में:

- दक्षिण एशिया में स्थित एक द्वीपीय राष्ट्र।
- हिन्द महासागर में, भारत के दक्षिण-पूर्वी तट से कुछ ही दूरी पर स्थित।
- भारत से पाक जलडमरूमध्य (Palk Strait) द्वारा अलग।
- राजधानी:
- श्री जयवर्धनेपुर कोटे (विधानिक राजधानी)।
- कोलंबो (आर्थिक व वाणिज्यिक राजधानी)।
- मुद्रा: श्रीलंकाई रुपया (LKR)।
प्रश्न: वेसाक पोया उत्सव का आयोजन मुख्यतः किस देश में बड़े पैमाने पर होता है?
(a) भारत
(b) थाईलैंड
(c) श्रीलंका
(d) म्यांमार
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