चर्चा में क्यों?
हाल ही में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) की 198 वीं बोर्ड बैठक दिल्ली में आयोजित हुई।

पूर्वोत्तर में जेटी निर्माण:
- असम के सिलघाट, बिश्वनाथ घाट, गुइजान में पर्यटक जेटी और नेमाटी में पर्यटक-सह-कार्गो जेटी को मंजूरी।
- उद्देश्य: पर्यटन और व्यापारिक यातायात को बढ़ावा।
RCoE बोगीबील (डिब्रूगढ़) में:
- प्रशिक्षण और अनुसंधान के लिए क्षेत्रीय उत्कृष्टता केंद्र की स्थापना।
- वार्षिक क्षमता: 5,396 प्रशिक्षु।
गुवाहाटी में बहु-स्तरीय कार्यालय परिसर:
- फैंसी बाजार में 2154 वर्ग मीटर भूमि पर IWAI क्षेत्रीय कार्यालय, MSDC व अन्य कार्यालय बनेंगे।
- IPRCL को विकास की जिम्मेदारी।
पटना में जहाज मरम्मत सुविधा:
बालागढ़ (WB) में विस्तारित पोर्ट गेट सिस्टम:
- श्यामा प्रसाद मुखर्जी पोर्ट के तहत परियोजना को मंजूरी।
भारतीय जलमार्ग कांग्रेस की स्थापना:
- IWT क्षेत्र में संवाद, नवाचार और मानकीकरण के लिए नया मंच।
IWAI पुनर्गठन को मंजूरी:
- NISG द्वारा तैयार कैडर समीक्षा रिपोर्ट स्वीकृत।
राष्ट्रीय जलमार्गों पर ध्यान:
- NW-1, 2, 3 और 16 पर टर्मिनल, नेविगेशन सहायता, ड्रेजिंग आदि कार्यों की योजना।
भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI)
- इसकी स्थापना 27 अक्टूबर 1986 को संसद के एक अधिनियम के तहत की गई थी।
- यह केंद्रीय सरकार के बंदरगाह,पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय के अधीन कार्य करता है।
- इसका मुख्यालय नोएडा (उत्तर प्रदेश) में स्थित है।
- उद्देश्य:
- भारत में राष्ट्रीय जलमार्गों का विकास, रखरखाव और नियमन करना।
- अंतर्देशीय जलमार्गों के माध्यम से यात्री और माल परिवहन को प्रोत्साहन देना।
- प्रमुख कार्य:
- जलमार्गों की पहचान, अधिसूचना और विकास।
- नेविगेशन सहायता जैसे बत्तियां, बुआय (buoys), रात्रि नेविगेशन सिस्टम इत्यादि स्थापित करना।
- टर्मिनलों, जेटियों और बंदरगाहों का निर्माण।
- जलयात्रा को सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल बनाना।
प्रश्न. हाल ही में भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (IWAI) की 198वीं बोर्ड बैठक कहाँ आयोजित की गई थी?
(a) पटना
(b) गुवाहाटी
(c) नई दिल्ली
(d) कोलकाता
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