बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (BHU) के कृषि वैज्ञानिकों ने हाल ही में उत्परिवर्तन का उपयोग करके एडम चिनी चावल (Adam Chini Rice) की किस्म के लचीलेपन व उत्पादकता में सुधार करने में महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है।
एडम चिनी राइस के बारे में
- यह सुगंधित काले चावल की एक किस्म है जो अपनी मधुर सुगंध एवं बेहतरीन पाककला गुणों के लिए जानी जाती है।
- यह मुख्यत: चंदौली, वाराणसी एवं विंध्य क्षेत्र सहित पूर्वी उत्तर प्रदेश क्षेत्र में उगाया जाता है। इसे 2023 में भौगोलिक संकेतक (GI Tag) प्राप्त हुआ।
एडम चीनी चावल की विशेषताएँ
- यह अपने चीनी के क्रिस्टल जैसे दाने, सूखे के प्रति सहिष्णुता और रोग प्रतिरोधक गुणों के लिए जाना जाता है।
- इसकी ऊंचाई 165 सेमी. तक होती है और इसके दाने छोटे व मोटे, सुगंधित एवं मध्यम क्षार पाचन महत्त्व वाले होते हैं।
- इसकी परिपक्वता अवधि लंबी (155 दिन) और उत्पादकता निम्न (20-23 क्विंटल प्रति हेक्टेयर) होती है। यह अपने स्वाद एवं सुगंध में उत्कृष्टता के लिए प्रसिद्ध है।
- इसमें मध्यवर्ती एमाइलोज (Amylose- स्टार्च का घुलनशील घटक) तत्व होता है जो चावल को फूला हुआ रखने में मदद करता है तथा ठंडा होने पर भी मुलायम बना रहता है।
एडम चिनी चावल की उन्नत विशेषताएँ
- निम्न ऊँचाई (म्यूटेंट-14 के लिए 105 सेमी)
- जल्द परिपक्वता अवधि (म्यूटेंट-19 के लिए 120 दिन)
- उच्च उपज (म्यूटेंट 14, 15, 19 एवं 20 के लिए 30-35 क्विंटल प्रति हेक्टेयर)
- अब यह अपनी प्रतिष्ठित सुगंध को बरकरार रखते हुए बड़े पैमाने पर उत्पादन के लिए अधिक उपयुक्त है।