चर्चा में क्यों?
हाल ही में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह में बोडोफा उपेंद्रनाथ ब्रह्मा की 9 फीट ऊंची प्रतिमा का अनावरण किया।

प्रमुख बिंदु:
- उनके सम्मान में एक सड़क और रोटरी का नाम रखा। 
 
- यह उनकी 35वीं पुण्यतिथि के अवसर पर किया गया।
 
- इसमें आदिवासी अधिकारों, पहचान और शांतिपूर्ण सक्रियता, विशेष रूप से बोडोलैंड और बोडो समुदाय के लिए उनके महत्वपूर्ण योगदान को स्वीकार किया गया।
 
उपेन्द्रनाथ ब्रह्मा के बारे में:
- वह ऑल बोडो वामपंथी यूनियन (एबीएसयू) के अध्यक्ष
 
- बोडो जनजाति के प्रमुख सामाजिक और राजनीतिक नेता
 
- प्रचलित उपनाम : "बोडोफा" - जिसका अर्थ है "बोडो का पिता
 
बोडोलैंड के बारे:
- बोडोलैंड असम में एक प्रादेशिक क्षेत्र है।
 
- यह बोडोलैंड प्रादेशिक क्षेत्र (बीटीआर) द्वारा शासित है।
 
- बाथौ धर्म बोडो लोगों की पारंपरिक विश्वास प्रणाली है, जो सिजौ पौधे की पूजा पर केंद्रित है।
 
- बोडो समझौता 2020 एक शांति समझौता है।
 
- इसका उद्देश्य उग्रवाद को समाप्त करना और बोडो क्षेत्रों में विकास लाना है।
 
महत्व:
- राष्ट्रीय स्तर पर आदिवासी आत्मसम्मान और पहचान का प्रतिनिधित्व करता है।
 
- शांतिपूर्ण सक्रियता और संवाद आधारित समाधान को प्रोत्साहित करता है।
 
- भारत के सामाजिक-राजनीतिक ताने-बाने में पूर्वोत्तर भारत के योगदान के बारे में जागरूकता को बढ़ावा देना।
 
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 प्रश्न: बोडोफा उपेन्द्रनाथ ब्रह्मा को किस समुदाय का नेता माना जाता है? 
(a) गोंड 
(b) संथाल 
(c) बोडो 
(d) मीनार 
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