गोवा के राज्य वन्यजीव बोर्ड ने भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य एवं राष्ट्रीय उद्यान के कलेम रेलवे स्टेशन पर लौह अयस्क के संचालन के लिए वन्यजीव मंज़ूरी का प्रस्ताव राष्ट्रीय वन्यजीव बोर्ड (NBWL) के समक्ष ‘विचारार्थ’ रखने की सिफ़ारिश की है।
भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य के बारे में
- यह गोवा राज्य की पूर्वी सीमा पर मोलेम गाँव के पास स्थित है। यह पश्चिमी घाट की तलहटी में 240 वर्ग किमी क्षेत्र में विस्तृत है। इसमें मोलेम राष्ट्रीय उद्यान स्थित है।
- मूल रूप से मोलेम खेल अभयारण्य के नाम से जाना जाने वाला यह अभयारण्य 1969 में वन्यजीव अभयारण्य घोषित किया गया और फिर इसका नाम बदलकर भगवान महावीर वन्यजीव अभयारण्य कर दिया गया।
- यह प्रसिद्ध दूधसागर जलप्रपात, डेविल्स कैन्यन, ताम्बडी सुरला मंदिर, ताम्बडी जलप्रपात और कई अन्य ऐतिहासिक एवं धार्मिक स्थलों का भी स्थान है।
- यहाँ की प्रमुख वनस्पति पश्चिमी तट के उष्णकटिबंधीय सदाबहार वन, पश्चिमी तट के अर्ध-सदाबहार वन और आर्द्र पर्णपाती वन हैं। सागौन, बाँस, काजू और नीलगिरी के वृक्ष यहाँ प्रचुर मात्रा में पाए जाते हैं।
- यह अभयारण्य विशेष रूप से तेंदुओं, हाथियों, हिरणों और गौर या भारतीय बाइसन के लिए जाना जाता है। इस अभयारण्य का मुख्य आकर्षण अत्यधिक संख्या में पाया जाने वाला किंग कोबरा है।
- यहाँ विभिन्न प्रकार के पक्षियों की लगभग 200 प्रजातियाँ पाई जाती हैं, जैसे- मालाबार पाइड हॉर्नबिल, भारतीय कृष्ण कठफोड़वा, ग्रेट इंडियन हॉर्नबिल, किंगफिशर, पैराडाइज फ्लाईकैचर, ग्रे जंगली मुर्गी आदि।